Rajasthan News: राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अचानक छापेमारी कर डॉक्टरों और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में बड़ी अनियमितताएं पकड़ीं. NPA का फायदा उठाने वाले सरकारी डॉक्टरों से लेकर बिना रजिस्ट्रेशन चल रही निजी लैब और प्राइवेट अस्पतालों तक सब पर शिकंजा कसा गया.
इस कार्रवाई से इलाके के चिकित्सकों और लैब संचालकों में खलबली मच गई है. ब्लॉक BCMHO डॉक्टर भूपेंद्र सिंह शेखावत और जिला अस्पताल के PMO डॉक्टर कमल सिंह शेखावत ने टीम के साथ यह अभियान चलाया. उच्च अधिकारियों के निर्देश और मरीजों की शिकायतों पर आधारित इस निरीक्षण ने कई गड़बड़ियां उजागर कीं.
NPA वाले डॉक्टरों पर नकेल
NPA का लाभ लेने वाले 13 सरकारी चिकित्सकों के क्लिनिकों पर टीम ने धावा बोला. कई डॉक्टर अपने क्लिनिक पर मरीज देखते पाए गए जबकि नियमों के मुताबिक उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं है. जांच के दौरान टीम ने मरीजों से बात की और पाया कि डॉक्टर फीस लेने से इनकार कर रहे थे लेकिन क्लिनिक चलाने की अनियमितता साफ नजर आई. 2 से 3 क्लिनिकों में डॉक्टर गायब मिले जबकि मरीज वहां मौजूद थे. टीम ने ऐसे डॉक्टरों को फोन किया लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाया.
इन सभी को नोटिस जारी किया गया है और आगे सख्त कार्रवाई की जाएगी. टीम ने NPA नहीं लेने वाले डॉक्टरों के क्लिनिक भी जांचे जहां फीस की दरें प्रदर्शित नहीं थीं. ऐसे मामलों में भी नोटिस दिए गए. PMO डॉक्टर कमल सिंह शेखावत ने बताया कि मरीजों की शिकायतें थीं कि सरकारी डॉक्टर अपने क्वार्टर पर इलाज करते हैं और पैसे वसूलते हैं. इसी को ध्यान में रखकर पांच सदस्यीय टीम ने हर क्लिनिक की बारीकी से पड़ताल की.
निजी लैब और अस्पतालों में कमियां उजागर
अभियान के दौरान एक दर्जन से ज्यादा निजी लैबों का निरीक्षण हुआ. कई लैब बिना रजिस्ट्रेशन के चल रही थीं और जांच में बड़ी कमियां मिलीं. BCMHO डॉक्टर भूपेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मरीजों की शिकायतों पर यह कार्रवाई की गई. अव्यवस्थाओं पर नोटिस जारी किए गए हैं. प्राइवेट अस्पतालों में भी छानबीन हुई जहां सरकारी डॉक्टरों को सेवाएं देते पाया गया. अस्पताल संचालकों को सख्त हिदायत दी गई कि वे किसी सरकारी डॉक्टर को न बुलाएं और अगर कोई आए तो तुरंत सूचना दें.
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