सीकर में पेयजल की समस्या को लेकर महिलाओं का फुटा आक्रोश, जलदाय विभाग और प्रशासन के खिलाफ जमकर हुई नारेबाजी 

राजस्थान में सीकर जिले के श्रीमाधोपुर कस्बे में पेयजल संकट के खिलाफ कचियागढ़ क्षेत्र की महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा. अखिल जनवादी महिला मोर्चा और माकपा के नेतृत्व में महिलाएं सड़कों पर उतरीं और एसडीएम कार्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया.

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सीकर SDM कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए बुजुर्ग और महिलायें.

Rajasthan News: राजस्थान में सीकर जिले के श्रीमाधोपुर कस्बे में सोमवार के दिन पेयजल संकट को लेकर महिलाओं का आक्रोश फूट पड़ा. श्रीमाधोपुर के कचियागढ़ क्षेत्र की महिलाएं आज अखिल जनवादी महिला मोर्चा और माकपा के नेतृत्व में जलदाय विभाग और प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतरीं. महिलाओं ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया और कार्यालय परिसर में धरने पर बैठ गईं. 

पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का मुक्की

प्रदर्शनकारी महिलाओं ने जलदाय विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और काफी देर तक एसडीएम के ऑफिस के बाहर खड़े होकर ज्ञापन देने का इंतजार करती रही. इसी दरमियान विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहें माकपा नेता ओमप्रकाश ने महिलाओं के साथ ऑफिस में घुसकर ज्ञापन देने का प्रयास किया तो उनको रोकने के लिए मौकै पर मौजूद थाने के सिविल ड्रेस में खड़े ASI कैलाश कुमार और कार्यालय का होमगार्ड हुक्मसिंह से धक्का मुक्की हो गई. जिससे माहौल गर्मागर्मी का हो गया. फिर महिलाओं ने एएसआई और कर्मचारी को जमकर खरीखोटी सुनाई. 

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महिलाओं ने सुनाई खरीखोटी

वहीं ज्ञापन देने के दौरान माकपा के ओमप्रकाश ने एसडीएम अनिल कुमार को भी समस्या समाधान की मांग को लेकर खरीखोटी सुनाई. प्रदर्शनकारी महिलाएं समस्या का समाधान नहीं होने पर जलदाय विभाग के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गई. इस दौरान महिलाएं कार्यालय के भीतर जाकर सीधे ज्ञापन सौंपने की मांग कर रही थीं, लेकिन रोकने पर माहौल गर्मागर्मी का हो गया. 

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प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ हुई नारेबाजी

प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और एसडीएम कार्यालय के कर्मचारियों को भी पेयजल की समस्या को लेकर खरी-खोटी सुनाई. करीब दो घंटे तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद मौकै पर एसडीएम अनिल कुमार ने जलदाय विभाग के सहायक अभियंता कविता बोचल्या व कनिष्ठ अभियंता को बुलाकर प्रदर्शनकारियों के मध्य समस्या समाधान को लेकर वार्ता करवाई. जिसके बाद समस्या समाधान का आश्वासन मिलने के बाद पूरा मामला शांत हुआ.

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