सोशल मीडिया पर खनन माफिया और गैंगस्टर को प्रमोट करने वाले गीतों की भरमार के बाद भीलवाड़ा पुलिस एक्शन मोड में है. गैंगस्टर और खनन माफिया के महिमा मंडन के गीत गाना कुछ गायको को भारी पड़ता दिख रहा है. पुलिस ऐसे गायकों पर नजर रख रही है, और उन्हें पाबंद भी किया है. लाखों फॉलोअर्स और सस्ती लोकप्रियता के लिए सोशल मीडिया पर असामाजिक गीत से वाहवाही लूटने वाले गायकों के अब सुर भी बदलने लगे हैं. गायकों ने खुद वीडियो जारी माफी मांगी, और भविष्य में ऐसे गाने नहीं गाने का संकल्प लिया.
बजरी माफिया का महिमा मंडन करते थे
गांव में होने वाली सांस्कृतिक नाइट में कुछ गायक लगातार गाना गाकर बजरी माफिया का महिमा मंडन कर रहे थे. जागरण की रातों में गैंगस्टर से जुड़े गाने और हथियार लहराते वीडियो वायरल हो रहे थे. पुलिस लगातार ऐसे सोशल मीडिया पर सक्रिय लोगों पर बीते तीन माह से नजर बनाए हुई थी. मंगलवार को भीलवाड़ा पुलिस ने करीब आधा दर्जन से अधिक गायकों को अलग-अलग थानों में बुलाकर पाबंद किया.
पुलिस की 3 महीने से थी नजर
भीलवाड़ा पुलिस 3 महीने से ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों और सोशल मीडिया पर एक्टिव लोगों पर नजर बनाए हुई थी, जो अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का महिमा मंडन कर रहे थे. या उनके कार्यक्रम में जाकर उन्हें प्रोत्साहन दे रहे थे. आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले और अपराधियों, गैंगस्टरों और खनन माफियाओं का महिमामंडन करने वाले गायक कलाकारों के विरुद्ध कार्रवाई की.
एसपी ने युवाओं को दी चेतावनी
एसपी धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि मंच पर से आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देना, आपराधिक जीवनशैली को सकारात्मक और आकर्षक रूप में प्रस्तुत करने से युवा अपराध के प्रति आकर्षित होते हैं. युवा गलत दिशा में जा रहे हैं. यह समाज के लिए चिंताजनक है. इसे रोकने के लिए सोशल मीडिया सेल ऐसे गायकों और कलाकारों की पहचान कर उनके विरुद्ध निकार्रवाई की गई है. जो अपने गानों से अपराध, गैंग कल्चर और माफियाओं को ग्लोरिफाई करते थे. भविष्य में किसी भी कलाकार के खिलाफ कार्रवाई जाएगी.
इन गानों पर एक्शन
- "यार तेरा बदमाशी का खलनायक है...",
- "गाडी में म्हारे संत महात्मा नहीं, सब चम्बल के डाकू ...",
- "बदमाशी का सिक्का, 2 नंबर काला धंधा..."
- "मैं बदमाशी का बादशाह..."
- "गली में थारे धुवों धुवों कर दूला ..." बजरी माफिया वाला भाई...",
यह चंद गीतों की लाइन हैं, जो मेवाड़ अंचल में बहुत चर्चित है, जिससे समाज में गलत संदेश जा रहे थे. ऐसे गानों से युवा अपराधियों को आदर्श मानते हैं. और अपराध की ओर आकर्षित होते हैं.
इन कलाकार के गाए गीत
भीलवाड़ा के आधा दर्जन गायक कलाकार खिलाफ कार्रवाई हुई. इनमें राजू रावल पुत्र मोहन लाल (अर्जुनपुरा) आसींद, सोनू गुर्जर पुत्र गिरधारी लाल (कानपुरा) आसींद, समदु गुर्जर पुत्र हीरालाल (लादवास) आसींद, मुकेश गुर्जर पुत्र सुवालाल गुर्जर (कानपुरा) आसींद, राजू लाल गाडरी पुत्र धुकल गाडरी (बन का खेडा) बडलियास,लादू गुर्जर पुत्र कानाराम गुर्जर (गोपालपुरा) आसींद, मदन गुर्जर (जिपिया खेडी) थाना मांडल के खिलाफ कार्रवाई हुई.
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