Rajasthan: सब्जियों के दाम छूने लगे आसमान, थाली से गायब हुआ आलू- प्याज; हरी सब्जियां ने बिगाड़ा किचन का बजट

राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में इन दिनों सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. हर सीजन में बिकने वाले आलू और प्याज भी आम आदमी की रसोई में नजर नहीं आ रहे हैं.

Advertisement
Read Time: 2 mins
V

Vegetable Price Hike: राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में इन दिनों सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. हरी सब्जियां लोगों की पहुंच से दूर होती जा रही हैं. हर सीजन में बिकने वाले आलू और प्याज भी आम आदमी की रसोई में नजर नहीं आ रहे हैं. जिसका कारण कीमतों में बढ़ोतरी बताई जा रही है.सब्जी विक्रेताओं के अनुसार अगले एक-डेढ़ महीने तक कीमतों में गिरावट की कोई संभावना नहीं है.

डेढ़ से दो गुना हुए सब्जियों के दाम 

सब्जियों के दामों की बात करें तो बीस रुपये किलो बिकने वाला आलू चालीस रुपये में बिक रहा है, बीस रुपये किलो बिकने वाला टमाटर साठ रुपये में बिक रहा है, तीस से चालीस रुपये किलो बिकने वाली गोभी एक सौ बीस रुपये में बिक रही है, तीस रुपये किलो बिकने वाला प्याज साठ रुपये में बिक रहा है, चालीस रुपये किलो बिकने वाली शिमला मिर्च अस्सी रुपये में बिक रही है, तीस रुपये किलो बिकने वाला खीरा चालीस रुपये में बिक रहा है, चालीस रुपये किलो बिकने वाला अरवी साठ रुपये में बिक रहा है और गोभी पचास रुपये किलो तक बिक रही है.

Advertisement

इस बार नहीं लगी टिंडा मंडी 

इस बार श्रीगंगानगर के सादुलशहर में हर साल लगने वाली टिंडा मंडी भी नहीं लगी, बारिश के समय सही उत्पादन न होने के कारण टिंडा की पैदावार नहीं हुई. सादुलशहर में लगने वाली टिंडा मंडी में हर सीजन में एक करोड़ से ज्यादा का कारोबार होता है. आमतौर पर बीस रुपए किलो बिकने वाला टिंडा इस बार साठ से अस्सी रुपए किलो बिक रहा है.

Advertisement

डिमांड में आई कमी 

सब्जी खरीदने आए ग्राहकों का कहना है कि सब्जियां काफी महंगी हैं, इसलिए एक किलो की जगह आधा किलो से काम चला रहे हैं. वहीं सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि आने वाले एक-डेढ़ महीने तक कीमतों में राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. 

Advertisement

यह भी पढ़ें: भरतपुर: बड़े भाई के मकान की मरम्मत से उजड़ा छोटे का घर, मलबे में दबकर पत्नी- बेटे की मौत

Topics mentioned in this article