Sriganganagar Congress District President Rupendra Singh Kunnar: राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी 45 जिलाध्यक्षों की नई सूची में एक नाम कांग्रेस विधायक रूपेंद्र सिंह कुन्नर का भी है. उन्हें श्रीगंगानगर की कमान श्रीकरणपुर से को सौंपी गई है. पूर्व मंत्री गुरमीत सिंह कुन्नर के बेटे रूपेंद्र सिह तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने भजनलाल सरकार में मंत्री सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को 11 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था. साल 2023 में भजनलाल सरकार के गठन के बाद सुरेंद्रपाल सिंह टीटी मंत्री बनाए गए थे. साल 2023 में कांग्रेस विधायक के पिता के निधन के बाद करणपुर सीट पर उपचुनाव हुए थे. इस चुनाव में सुरेंद्रपाल सिंह बीजेपी के उम्मीदवार थे.
पूर्व विधायक समेत कई दिग्गज थे रेस में
मतदान से पहले ही राज्य मंत्री बनाकर बीजेपी ने सियासी दांव तो चला थी, लेकिन जीत कांग्रेस की हुई थी. इसके बाद से ही श्रीगंगानगर की राजनीति में रुपेंद्र सिंह कुन्नर का कद काफी बढ़ गया. इससे पहले अंकुर मिगलानी जिलाध्यक्ष थे, जबकि सादुलशहर के पूर्व विधायक जगदीश चंद्र जांगिड़ भी रेस में थे. तमाम दिग्गजों को दरकिनार कर पार्टी ने संगठन की कमान भारी मतों से जीत हासिल करने वाले विधायक के हाथ सौंपी है.
पंचायत चुनाव से पहले कांग्रेस का बड़ा मैसेज
पार्टी ने कुन्नर की सक्रियता और सिख समुदाय में प्रभाव को देखते हुए यह बड़ा फैसला लिया है. श्रीगंगानगर और आसपास के इलाकों में सिख समुदाय की मौजूदगी काफी मजबूत है. ऐसे में कांग्रेस ने कुन्नर को जिलाध्यक्ष बनाकर स्पष्ट संकेत दिया है कि पार्टी आने वाले पंचायती व स्थानीय चुनावों में सिख वोटरों को अपने पक्ष में करने की बड़ी रणनीति पर काम कर रही है. यहां बीजेपी जिला अध्यक्ष शरणपाल सिंह भी सिख समुदाय से ही हैं.
जिम्मेदारी को बताया बड़ी चुनौती
जिलाध्यक्ष बनाए जाने के बाद रूपेंद्र सिंह कुन्नर ने कहा कि वे प्रदेश नेतृत्व के आभारी हैं, जिन्होंने उन पर भरोसा जताया. उन्होंने कहा कि इस जिम्मेदारी का पूर्ण ईमानदारी और निष्ठा से पालन करेंगे. कुन्नर ने यह भी कहा कि वे संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाकर पार्टी को एक नई मजबूती और ऊर्जा की ओर लेकर जाएंगे.
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