मिलावट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 15 हजार लीटर से अधिक रिफाइंड ऑयल सीज 

राजस्थान में मिलावट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के दौरान टीम ने करीब 15 हजार लीटर से अधिक रिफाइंड ऑयल सीज किया और मौके से 3 सैंपल लिए. 

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मिलावटी तेल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई

Rajasthan News: राजस्थान में मिलावटी खाद्यपदार्थों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की खबर सामने आ रही है. इसी क्रम में श्रीगंगानगर जिले में चल रहे 'शुद्ध आहार, मिलावट पर वार' अभियान के तहत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई की है. इसमें अग्रसेननगर में औद्योगिक एरिया स्थित एक ऑयल फैक्ट्री पर दबिश दी गई. जिला कलेक्टर लोकबंधु के निर्देशों पर हुई इस कार्रवाई के दौरान टीम ने करीब 15 हजार लीटर से अधिक रिफाइंड ऑयल सीज किया और मौके से 3 सैंपल लिए. 

भारी मात्रा में मिलावटी ऑयल की सप्लाई

सीएमएचओ डॉ. अजय सिंगला ने बताया कि विभाग को सूचना मिली थी कि अग्रसेननगर के औद्योगिक एरिया में मिलावटी ऑयल तैयार किया जा रहा है, जो जिले की विभिन्न मंडियों में सप्लाई किया जाता है. जिस पर एक टीम गठित कर प्लॉट नंबर 12, औद्योगिक क्षेत्र, अग्रसेननगर में स्थित डीएम एंड संस पर दबिश दी गई. जहां रिफाइंड ऑयल तैयार करने के लिए लगाई गई बड़ी मशीनें, रिफाइंड ऑयल, पामोलिन और अन्य सामग्री मिली. टीम ने यहां रिफाइंड राइस ब्रान ऑयल 8000 लीटर, रिफाइंड पामोलिन 7518 लीटर सीज किया. टीम में ऑयल में मिलावट की आंशका के चलते तीन सैंपल लिए हैं. 

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पहले मिलावटी घी पर हुई थी कार्रवाई

यहां साफ सफाई का भी अभाव मिला, जिसे टीम ने गंभीरता से लेते हुए संस्थान मैनेजर मनोज कुमार को सफाई के लिए पाबंद किया. सीएमएचओ डॉ. अजय सिंगला के निर्देशन में गठित टीम में एफएसओ कंवरपाल सिंह, हंसराज गोदारा और हेमंत शर्मा टीम में शामिल रहे. गौरतलब है इससे पहले भी स्वास्थ्य विभाग ने 9 मई को रिको एरिया में मिलावट की आशंका के चलते 2750 लीटर वनस्पति एवं 2160 लीटर मिल्क बाइट ब्रांड का देशी घी को सीज किया था.

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मिलावट की सूचना होने पर दें जानकारी

सीएमएचओ डॉ. सिंगला ने आमजन से अपील है कि जहां भी अशुद्ध, मिलावटी व अवधिपार खाद्य सामग्री बेचने की आशंका हो, उसकी शिकायत अवश्य करें. आगामी दिनों में इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी. ओआईईसी विनोद बिश्नोई ने बताया कि आमजन 9462819999 पर वाट्सएप मैसेज या 181 पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं. यदि शिकायत की पुष्टि होती है और इस दौरान लिया गया सैंपल अनसेफ मिलता है तो सूचना दाता को 51000 रुपये की इनामी राशि दी जाती है.

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