राज्य पक्षी गोडावण के संरक्षण के जिए उठाया कदम, समिति करेगी विल्ड विजिट

Godavan Bird: गोडावण के संरक्षण के एक विशेषज्ञ की एक समिति गठित कर दी गई है, जो 30 जून से यानी दो दिन फील्ड का दौरा करेगी. जैसलमेर डेजर्ट नेशनल पार्क के डीएफओ आशीष व्यास ने इसकी जानकारी दी. 

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गोडावण के संरक्षण के एक विशेषज्ञ की एक समिति गठित कर दी गई है, जो 30 जून से यानी दो दिन फील्ड का दौरा करेगी.

Godavan Bird: राजस्थान के राज्य पक्षी  ग्रेट इंडियन बस्टर्ड" गोडावण के जैसलमेर व बाड़मेर जिले से लगते विचरण क्षेत्र में विशेषज्ञ की समिति दौरा करेगी, यह विशेष कमेटी गोडावण संरक्षण के लिए काम करेगी. ओवरहेड और अंडरग्राउंड लाइन को निर्धारित करेगी. पर्यावरणविद् और वन्यजीव विशेषज्ञ एमके रंजीत एक याचिका दायर की थी.

हाई टेंशन लाइन से गोडावण की हो जाती है मौत

कोर्ट के आदेश पर 2021 में कमेटी का गठन हुआ. याचिका में बताया कि चारागाह जमीन में स्थित नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्रों के पास हाई टेंशन लाइन है. हाई टेंशन लाइन से टकराकर गोडावण की मौत हो जाती है. 

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 7 सदस्यीय कमेटी गठित  

सुप्रीम कोर्ट ने सात सदस्यीय कमेटी बनाने का निर्देश दिया था. इस समिति में भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून के निदेशक, राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड के सदस्य डॉ. हरि शंकर सिंह और पूर्व प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ. निरंजन कुमार वासु शामिल हैं.

कमेटी में शामिल सदस्य  गोडावण पक्षी को करेंगे संरक्षित 

वही कुछ अन्य सदस्य भी इस कमेटी  में शामिल हैं, जिसमें  पूर्व मुख्य वन्यजीव वार्डन बी मजूमदार, महाराष्ट्र में प्रधान मुख्य वन संरक्षक और कॉर्बेट फाउंडेशन के उप निदेशक डॉ. देवेश गढ़वी,नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय में संयुक्त सचिव (हरित ऊर्जा गलियारा), और पर्यावरण, वन और जलवायु मंत्रालय के संयुक्त सचिव ललित बोहरा इत्यादि है.

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इस कमेटी में दो विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में पावर सिस्टम्स, सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी अशोक कुमार राजपुरा और सेंट्रल ट्रांसमिशन यूटिलिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के मुख्य परिचालन अधिकारी पीसी गर्ग शामिल रहेंगे.

बिजली लाइनों पर स्थापित बर्ड डायवर्टर की गुणवत्ता सुनिश्चित करेंगे 

बिजली लाइनों पर स्थापित बर्ड डायवर्टर की गुणवत्ता सुनिश्चित करेंगे. खराब गुणवत्ता वाले डायवर्टर संरक्षण प्रयासों को कमजोर कर सकते हैं, इसलिए समिति बर्ड डायवर्टर्स के लिए उच्च मानक स्थापित करेगी. यह सुनिश्चित करेगी कि ये मानक सभी प्रतिष्ठानों में पूरे हों. कमेटी को यह रिपोर्ट 31 जुलाई तक सबमिट करनी है. केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण ने जीआईबी की सुरक्षा के लिए उच्च गुणवत्ता वाले पक्षी डायवर्टर का उपयोग करने के महत्व पर जोर दिया है. समिति इन मानकों को सख्ती से लागू करेगी.

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