Success Story: चूल्हा-चौका करते हुए पूरी की पढ़ाई, अब वनरक्षक पद पर हुआ चयन, पढ़िए प्रेमिला की संघर्षभरी कहानी

पति की असामयिक मौत के बाद प्रेमिला कुंवर ने हिम्मत न हारते हुए सास-ससुर के साथ कृषि कार्य किया और बच्चों की परवरिश भी की. इस दौरान तैयारी के दौरान परिजनों व परिवार के सदस्यों ने प्रेमिला का हौसला बढ़ाया व मार्गदर्शन दिया

विज्ञापन
Read Time: 7 mins
प्रेमिला कंवर

मन में दृढ़ संकल्प हो तो कोई काम मुश्किल नहीं कुछ ऐसा ही कर दिखाया है साबला उपखंड क्षेत्र के पचलासा छोटा फतेहगढ़ निवासी प्रेमिला कुंवर ने, जिन्होंने पति की मौत के बाद दो बच्चों की परवरिश, सास-ससुर की सेवा और घर की जिम्मेदारी संभालते हुए अपनी अधूरी छोड़ी पढ़ाई को पुनः शुरू किया.

शादी के छह साल में ही विधवा हो गईं प्रेमिला कुंवर ने कड़ी मेहनत से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की और अब उनका चयन वनरक्षक पद पर हुआ है. प्रेमिला के पति की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी.

घर वालों ने पढ़ाई में किया सहयोग

फतेहगढ़ पचलासा छोटा निवासी प्रेमिला कुंवर की शादी 30 नवंबर 2012 को शम्भू सिंह राठौड़ के साथ हुई थी. शादी के बाद पति शंभूसिंह की 5 अप्रैल 2018 में सड़क दुर्घटना में निधन हो गया था. पति के निधन से डेढ़ वर्ष के पुत्र लक्ष्यराजसिंह व चार वर्षीय पुत्री प्रीति के सिर से पापा का साया उठ गया था.

पति की असामयिक मौत के बाद प्रेमिला कुंवर ने हिम्मत न हारते हुए सास-ससुर के साथ कृषि कार्य किया और बच्चों की परवरिश भी की. इस दौरान तैयारी के दौरान परिजनों व परिवार के सदस्यों ने प्रेमिला का हौसला बढ़ाया व मार्गदर्शन दिया

पति के निधन के बाद पुनः शुरू की पढ़ाई

प्रेमिला ने आठवीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी, लेकिन पति के निधन के एक वर्ष बाद पुनः पढ़ाई शुरू की और 10 व 12 की परीक्षा ओपन से पास कर वनरक्षक परीक्षा उत्तीर्ण कर नौकरी पाकर आत्मनिर्भर होने में सफलता पाई. फिलहाल, प्रेमिला की एसटीसी की तैयारी भी जारी है.

प्रेमिला के जेठ जसवंतसिंह राठौड़ ने बताया कि परिवार पूरा कृषि कार्य पर आधारित है. उन्होंने बताया कि कृषि कार्य के साथ घर का काम-काज निपटाने के बाद रात में पांच घंटे निरंतर पढ़ाई करने से प्रोमिला को सफलता मिली है. इसके चयन से परिवार में भी खुशियों का माहौल है.

Advertisement

यह भी पढ़ें- नौक्षम चौधरी जो मिरांडा हाउस, लंदन और इटली के मिलान शहर में पढ़ीं और कामां आकर विधायक बन गईं