विधायक बनने से पहले ही मंत्री बने सुरेंद्रपाल सिंह, राजस्थान में भाजपा ने खेला बड़ा दांव, कांग्रेस का विरोध

भजनलाल कैबिनेट में श्रीकरणपुर सीट से बीजेपी प्रत्याशी सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को भी शामिल किया गया है. बता दे कि सुरेंद्रपाल सिंह टीटी चुनाव प्रचार बीच में ही छोड़कर हीआज सुबह मंत्री पद की शपथ लेने के लिए जयपुर पहुंचे थे.

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सुरेंद्रपाल सिंह टीटी

राजस्थान में नई सरकार के मंत्रिमंडल का गठन हो गया, राज्यपाल ने 22 विधायकों को शपथ दिलाई. इसमें किरोड़ी लाल मीणा जैसे अनुभवी नेता भी शामिल हैं. मंत्रिमंडल में शामिल कई नाम चौंकाने वाले भी रहे. जिन विधायकों के मंत्रिमंडल में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे, उनसे इतर कई नए नाम कैबिनेट में शामिल किए गए.

राजभवन में आयोजित समारोह में मंत्रिमंडल के नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. कुल 22 मंत्रियों ने शपथ ली. इनमें 12 कैबिनेट और 5 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 5 राज्य मंत्री हैं. लेकिन, इन सब में सुरेंद्रपाल सिंह टीटी का नाम चौंकाने वाला रहा. हालांकि टीटी को मंत्री बनाने पर कांग्रेस विरोध जता रही है.

चुनाव प्रचार छोड़ शपथ लेने पहुंचे सुरेंद्रपाल

भजनलाल कैबिनेट में श्रीकरणपुर सीट से बीजेपी प्रत्याशी सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को भी शामिल किया गया है. बता दे कि सुरेंद्रपाल सिंह टीटी चुनाव प्रचार बीच में ही छोड़कर हीआज सुबह मंत्री पद की शपथ लेने के लिए जयपुर पहुंचे थे. श्रीगंगानगर जिले की श्रीकरणपुर विधानसभा सीट पर 5 जनवरी को मतदान होना है, लेकिन श्रीकरणपुर सीट पर होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने बड़ा दांव खेला है.

बीजेपी ने खेला बड़ा दांव

प्रदेश की बीजेपी सरकार ने चुनाव से पहले ही सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को मंत्री पद की शपथ दिलाकर बड़ा दांव खेला है. माना जा रहा है कि 5 जनवरी को श्रीकरणपुर में होने वाले चुनाव में इसका काफी फायदा मिलेगा.

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कांग्रेस की राह आसान नहीं

25 नवंबर को 199 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुआ था और परिणाम 3 दिसंबर को आया था. लेकिन, लेकिन, विधानसभा चुनाव के नामांकन के बाद श्रीकरणपुर से कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर की मृत्यु हो गई थी. जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने सीट पर चुनाव रद्द कर दिया था.

अब इस सीट पर 5 जनवरी को चुनाव होने वाले है। श्रीकरणपुर विधानसभा सीट से सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी बीजेपी के प्रत्याशी हैं. वहीं, कांग्रेस ने गुरमीत सिंह के बेटे रुपिंदर सिंह कुन्नर उर्फ रूबी कुन्नर को उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में टीटी के मंत्री बनने के बाद अब कांग्रेस की राह आसान नहीं होगी.

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भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट के लिए झोंक रखी है पूरी ताकत

करणपुर विधानसभा सीट पर 5 जनवरी को चुनाव होगा और आठ जनवरी को मतगणना होगी लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने इस विधानसभा सीट पर प्रचार प्रसार किया है. वहीं केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल भी इस विधानसभा सीट पर प्रचार प्रसार कर रहे हैं. 

पूर्व में बीजेपी सरकार में भी रहे हैं मंत्री

सुरेंद्र पाल सिंह टीटी ने 1993 में भाजपा की टिकट पर पहला चुनाव लड़ा था लेकिन चुनाव हारने के बाद भी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को कृषि एवं विपणन बोर्ड का अध्यक्ष बनाकर राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया. उसके बाद 1998 में भी भाजपा की टिकट पर चुनाव लडे और हार गये थे. 

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तीसरी बार 2003 में फिर भाजपा ने टीटी को प्रत्याशी बनाया और इस बार टीटी जीत गए और उन्हें कृषि एवं विपणन राज्य मंत्री बनाया गया. उसके बाद सुरेंद्र पाल सिंह टीटी 2008 का चुनाव भाजपा की टिकट पर हार गए.

2013 का चुनाव सुरेंद्र पाल सिंह टीटी जीत गए और सरकार में उन्हें श्रम नियोजन राज्य मंत्री बनाया गया. भाजपा ने 2018 में फिर सुरेंद्र पाल सिंह टीटी पर दांव खेला लेकिन 2018 का चुनाव सुरेंद्र पाल सिंह टीटी हार गए अब 2023 के चुनाव में भी श्रीकरणपुर विधानसभा सीट से भाजपा ने सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को ही प्रत्याशी बनाया है यहां 5 जनवरी को चुनाव होना है.

क्या कहता है नियम

संविधान के आर्टिकल 164 (4) में निहित प्रावधानों के तहत किसी भी व्यक्ति को बिना निर्वाचित हुए 6 माह तक मंत्री पद धारण करने का अधिकार है, इस संवैधानिक प्रावधान के अनुसार मुख्यमंत्री जी की सलाह पर महामहिम राज्यपाल महोदय द्वारा किसी भी व्यक्ति को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है. उसके बाद 6 महीने के अंदर उसे विधानमंडल का सदस्य निर्वाचित होना जरूरी है.

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