राजस्थान के रेवासा धाम के पीठाधीश्वर स्वामी राघवाचार्य का दिल का दौरा पड़ने से निधन, CM ने दी श्रद्धांजलि

राजस्थान के सीकर जिले में आज जानकीनाथ मंदिर रेवासा धाम के पीठाधीश्वर स्वामी राघवाचार्य जी महाराज का आज सुबह दिल का दौरा पड़ने से देवलोकगमन हो गया.

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Rajasthan News: राजस्थान के सीकर जिले में आज जानकीनाथ मंदिर रेवासा धाम के पीठाधीश्वर स्वामी राघवाचार्य जी महाराज का सुबह दिल का दौरा पड़ने से देवलोकगमन हो गया. स्वामी जी महाराज को आज सुबह 7 बजे बाथरूम में अचानक दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए तुरंत सीकर के अस्पताल में लाया गया जहां डॉक्टरों की टीम ने स्वामी जी महाराज के निधन की पुष्टि कर दी. स्वामी जी महाराज के देवलोकगमन की सूचना मिलते ही सीकर सहित प्रदेश के विभिन्न इलाकों में अनुयायी दुखी है.

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राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी श्रद्धांजलि देते हुए आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है. 

आज शाम 4:15 पर होगा अंतिम संस्कार

रेवासा धाम में स्वामी जी का निधन होने पर सुबह से अनुयायी राम धुन का आयोजन कर रहे हैं. शुक्रवार शाम 4 बजे  रेवासा मंदिर के पास बावड़ी प्रांगण में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में संत-महात्मा, महापुरुष, और आसपास के इलाके के लोग मौजूद रहेंगे.

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राम जन्मभूमि आंदोलन में अहम भूमिका

स्वामी राघवाचार्य जी महाराज भगवान राम के परम भक्त थे. इन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में अपनी अहम भूमिका निभाई थी. महाराज जी राम जन्मभूमि आंदोलन के समय कार सेवकों के जत्थे को लेकर जयपुर से लेकर गए थे. जत्थे को पुलिस ने रास्ते में ही पकड़ लिया और आगरा की सेंट्रल जेल में बंद कर दिया. जत्थे में कई विधायक भी शामिल थे. जेल में महाराज सहित अन्य साधु संतों का दिन में प्रवचन होता था और शाम को भजन संध्या होती थी. 9 दिन तक जत्थे में शामिल लोगों को जेल में रखा गया फिर राजस्थान बॉर्डर पर जंगल में छोड़ दिया गया. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के लिए महाराज चांदी की ईट लेकर उसमें शामिल हुए थे. भूमि पूजन में लगाई गई चांदी की ईंट पर 11 लाख राम नाम लिखे हुए थे.

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