Tejas Plane Crash : पायलट की सूझबूझ से बची 4000 से अधिक की जान, प्लेन से इग्जिट और क्रैश का वीडियो आया सामने

Fighter Aircraft Tejas Crash Video: घटना के बाद सामने आए 48 सेकेंड के उक्त वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता है कि हादसे की शिकार हुई लड़ाकू विमान तेजस के पायलट के कंट्रोल से बाहर हो गई, जिसके बाद पायलट प्लेन से इजेक्ट करता है और पलक झपकते ही विमान छात्रावास के ग्राउंड में जाकर गिरता है.

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हादसे की शिकार हुई तेजस विमान का वीडियो

Fighter Aircraft Tejas Crash Video: देश की पश्चिमी सरहद पर बीते मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परमाणु परीक्षण की धरा पोखरण की फील्ड फायरिंग रेंज में भारत शक्ति युद्धाभ्यास के माध्यम से विश्वभर में आत्मनिर्भरता का संदेश दे रहे थे, तभी पोखरण रेंज से करीब 105 किमी दूर जैसलमेर शहर में विश्व विख्यात स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस क्रैश हो गया.अब तेजस विमान के क्रैश का एक वीडियो समाने आया है.

सामने आए 48 सेकेंड के वीडियो में तेजस विमान उड़ा रहे पायलट को क्रैश होने से पहले तेजस विमान से पैरॉशूट पहनकर एग्जिट होने और फिर विमान के क्रैश होन तक का फुटेज देखा जा सकता है.

भारत शक्ति युद्धभ्यास के दौरान जैसलमेर शहर के रहवासी इलाके में क्रैश हुए तेजस विमान की पुष्टि इंडियन एयरफोर्स के ऑफिसियल एक्स हैंडल पर की गई. यह पहला मौका था जब हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित स्वदेशी विमान 23 साल के इतिहास में हादसे की शिकार हुई. गनीमत यह रही कि पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया.

'भारत शक्ति' युद्धाभ्यास में शामिल होने के बाद तेजस विमान लौटते समय तकनीकी कारणों से पायलट के कंट्रोल से बाहर हो गई थी.सैन्य सूत्रों की मानें तो फायरिंग रेंज में प्रदर्शन के महज 10 मिनट बाद ही तेजस के इंजन में तकनीकी खराबी आ गई थी,जिसके चलते विमान क्रैश हुआ.

घटना के बाद सामने आए 48 सेकेंड के उक्त वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता है कि हादसे की शिकार हुई लड़ाकू विमान तेजस के पायलट के कंट्रोल से बाहर हो गई, जिसके बाद पायलट प्लेन से इजेक्ट करता है और पलक झपकते ही विमान छात्रावास के ग्राउंड में जाकर गिरता है.

माना जा रहा है कि पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया, क्योंकि अगर तेजस पास के रिहाइशी इलाके में क्रैश हो जाती तो वहां रह रहे 4000 से अधिक लोगों की जान को खतरा हो सकता था, लेकिन पायलट ने समझदारी विमान को आबादी क्षेत्र से दूर रखने का प्रयास किया. 

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तेजस विमान पायलट ने सूझबूझ से न केवल अपनी जान बचाई, बल्कि भील- मेघवाल छात्रावास के खाली ग्राउंड तक विमान को आबादी वाले क्षेत्र में संभावित बड़े हादसे को टालने में बड़ी भूमिका निभाई. अगर विमान छात्रावास की जगह पुलिया के पार कॉलोनी में गिरता तो हजारों की जान पर बन आती. विमान क्रेश के वक्त ग्राउंड में कोई छात्र मौजूद नही था.

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