आत्मसमर्पण करने आया आरोपी, जेल भेजे जाने की भनक लगी, पुलिस को चकमा देकर कटघरे से भाग गया 

सीओ सिटी पंकज यादव ने बताया कि फरार हुआ आरोपी मारपीट के एक पुराने मामले में वांछित था, जिस पर एससी-एसटी एक्ट भी लगा था. उसकी जमानत याचिका हाईकोर्ट से खारिज हो चुकी थी, जिसके बाद वह मंगलवार को आत्मसमर्पण करने न्यायालय पहुंचा था.

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Rjasthan News: भरतपुर में न्यायालय परिसर में एक आरोपी आत्मसमर्पण करने आया, लेकिन मजिस्ट्रेट के आदेश पर जेल भेजे जाने की भनक लगते ही वह कटघरे से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. यह घटना मंगलवार शाम को हुई, लेकिन मामले की जानकारी दो दिन बाद सामने आई.

कटघरे से छलांग लगाकर भाग निकला

आचारी अशोक कुमार ने थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि अभियुक्त सुरेन्द्र उर्फ बबला पुत्र दीपचंद (24) निवासी चीखरू, थाना सदर बयाना, जिला भरतपुर अपने खिलाफ दर्ज मामले में आत्मसमर्पण करने न्यायालय पहुंचा था. मजिस्ट्रेट ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में लेने का आदेश दिया और चालानी गार्ड को बुलाने के लिए कहा. इसी बीच आरोपी को जब यह समझ आया कि उसे अब जेल भेजा जा रहा है, तो उसने मौके का फायदा उठाया और कटघरे से छलांग लगाकर भाग निकला.

आरोपी मारपीट के एक पुराने मामले में वांछित था

सीओ सिटी पंकज यादव ने बताया कि फरार हुआ आरोपी मारपीट के एक पुराने मामले में वांछित था, जिस पर एससी-एसटी एक्ट भी लगा था. उसकी जमानत याचिका हाईकोर्ट से खारिज हो चुकी थी, जिसके बाद वह मंगलवार को आत्मसमर्पण करने न्यायालय पहुंचा था. यादव ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विशेष टीम गठित की गई है और संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है.

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