वेश बदलकर 23 साल से बाबा बन कर मंदिर में छुपा था आरोपी, राजस्थान पुलिस ने मध्य प्रदेश से किया गिरफ्तार

बांसवाड़ा पुलिस ने एक अपराधी बाबा को 23 साल बाद खोज निकाला है. लंबे समय से विभिन्न आपराधिक मामलों में फरार अपराधियों की धरपकड़ के दौरान पुलिस ने एक ऐसे वांछित अपराधी को दबोचा जो गत 23 साल से फरार था.

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23 साल से बाबा बन छिपा था अपराधी.

Rajasthan News: मौजूदा समय बाबाओं का है आपको हर जगह कोई न कोई बाबा मिल जाएंगे. अब आपको केवल मंदिर ही नहीं हर क्षेत्र में बाबा मिल जाएंगे. वैसे अब अपराधी पापों का प्रायश्चित करने के लिए बाबाओं के शरण में नहीं जा रहे हैं. बल्कि खुद बाबा का वेश धारण कर रहे हैं. जिस तरह से देश में बाबाओं को तवज्जो मिल रही है और लोग अंधभक्त की तरह किसी भी बाबा पर विश्वास करते हैं. इससे बाबाओं से जुड़े अपराधिक मामले भी काफी ज्यादा आ रहे हैं. हालांकि एक मामला ऐसा है जिसमें एक अपराधी 1-2 नहीं बल्कि 23 साल से बाबा बन कर छिपा था. लेकिन आखिरकार अब पुलिस के हत्थे चढ़ गया है.

बांसवाड़ा पुलिस ने एक अपराधी बाबा को 23 साल बाद खोज निकाला है. लंबे समय से विभिन्न आपराधिक मामलों में फरार अपराधियों की धरपकड़ के दौरान पुलिस ने एक ऐसे वांछित अपराधी को दबोचा जो गत 23 साल से फरार था. प्रतापगढ़ जिले का निवासी आरोपी पर महिला के साथ दुष्कर्म करने के प्रयास का मामला चित्तौड़गढ़ जिले में दर्ज हुआ था. दुष्कर्म का प्रयास का यह आरोपी फरारी के दौरान विभिन्न मंदिरों में वेश बदलकर बाबा बनकर रह रहा था.

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राजस्थान और मध्य प्रदेश के मंदिरों में बना था बाबा

बांसवाड़ा रेंज पुलिस महानिरीक्षक एस परिमला ने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिले में वांछित दुष्कर्म का प्रयास करने का आरोपी कोटड़ी थाना क्षेत्र के चाकुंडा निवासी रामप्रसाद उर्फ रामचंद्र सरगड़ा गत 23 साल से फरार चल रहा था. इस दौरान आरोपी रामचंद्र उर्फ रामप्रसाद राजस्थान और मध्यप्रदेश के विभिन्न मंदिरों में साधु का वेश बदलकर छुप कर रह रहा था. पुलिस महानिरीक्षक एस परिमला ने बताया कि आरोपी मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में रामदेव मंदिर मावता और शोली हनुमान मंदिर में साधु बन कर रह रहा था. लंबे समय से पुलिस की पकड़ से दूर इस आरोपी को पकड़ने के लिए विशेष टीम गठित की ओर आरोपी को पकड़ने में सफलता प्राप्त की.

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घरवालों से भी नहीं कर रहा था संपर्क

पुलिस महानिरीक्षक एस परिमला ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद से ही आरोपी फरार चल रहा था और उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाई थी. वहीं, आरोपी घर वालों से संपर्क भी नहीं कर रहा था और ना ही वह कभी घर आया. इसके चलते काफी समय से वह पुलिस की पकड़ से दूर था. इसके बावजूद पुलिस द्वारा लगातार इसको पकड़ने के प्रयास किया जा रहा था. इसी दौरान इनपुट मिलने पर आरोपी को पकड़ने में सफलता प्राप्त की.

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