बूंदी नरेश की छतरी तोड़े जाने का विवाद 13 दिन बाद सुलझा, बिरला की पहल के बाद बनी सहमति

बूंदी के पूर्व नरेश राव सूरजमल हाड़ा की छतरी तोड़े जाने का विवाद अब सुलझ गया है. शुक्रवार 4 अक्टूबर को दोपहर 12.15 बजे छतरी निर्माण कार्य का भूमि पूजन होगा. इसी के साथ बूंदी (Bundi) सहित पूरे प्रदेश भर में बीते 13 दिनों से चल रहा गतिरोध भी समाप्त हो गया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Bundi News: बूंदी के पूर्व नरेश राव सूरजमल हाड़ा की छतरी तोड़े जाने का विवाद अब सुलझ गया है. शुक्रवार 4 अक्टूबर को दोपहर 12.15 बजे छतरी निर्माण कार्य का भूमि पूजन होगा. इसी के साथ बूंदी (Bundi) सहित पूरे प्रदेश भर में बीते 13 दिनों से चल रहा गतिरोध भी समाप्त हो गया है. इस संबंध में गुरुवार 3 अक्टूबर को बैठक हुई थी. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर पूर्व सांसद और कोटा के पूर्व राजघराने के सदस्य इज्यराज सिंह की मौजूदगी में एयरपोर्ट अथॉरिटी और जिला प्रशासन के अधिकारियों की बैठक हुई थी. इस बैठक में समाज की भावना को ध्यान में रखते हुए उसी स्थान पर छतरी के पुनर्निर्माण को लेकर आम सहमति बन गई. 

बिरला ने दिए निर्देश- समाज की भावनाओं का रखा जाए ख्याल

बैठक में मौजूद समाज के प्रतिनिधियों ने स्पीकर बिरला को पूरे घटनाक्रम और समाज की विभिन्न मांगों से अवगत कराया. स्पीकर बिरला ने कहा था कि ऐसी कार्रवाई के समय प्रशासन को संवेदनशीलता से कार्य करना चाहिए और सर्व समाज की भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए. मामले में संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन को समाज की भावना को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के निर्देश दिए. साथ ही कहा था कि छतरी के ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए समाज की भावना के अनुरूप इसका पुनर्निर्माण होना चाहिए. इस दौरान एयरपोर्ट परिसर में हाड़ौती के इतिहास से जुड़े पैनोरमा, पूर्व नरेश राव सूरजमल हाड़ा की प्रतिमा बनाने सहित विभिन्न मुद्दों पर भी सकारात्मक विचार विमर्श हुआ. 

Advertisement

प्रस्ताव पर सीएम ने जताई सहमति

बैठक में आम सहमति बनने के बाद ओम बिरला ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से फोन पर बात की. मुख्यमंत्री ने भी बैठक के मुद्दों पर सहमति जताई. साथ ही कोटा विकास प्राधिकरण प्रशासन को शीघ्र छतरी निर्माण की प्रकिया को पूरा कर काम शुरू करने के निर्देश दिए. पूर्व सांसद इज्यराज सिंह के मार्गदर्शन में एक समिति गठित करने का निर्णय भी लिया गया. यह समिति छतरी के पुनर्निर्माण और डिजाइन संबंधी सभी विषयों को लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी से सामंजस्य बनाकर काम करेगी. एयरपोर्ट अथॉरिटी की टेक्निकल कमेटी छतरी की डिजाइन फाइनल करेगी. 

Advertisement

केडीए ने तोड़ दी थी छतरी और फिर शुरू हुआ विवाद

पिछले महीने 21 से सितंबर को कोटा विकास प्राधिकरण ने बूंदी जिले की सीमा में एयरपोर्ट के लिए 500 साल पुरानी पूर्व नरेश सूरजमल हाड़ा की मूर्ति और छतरी को तोड़ दिया था. जिसके बाद राजपूत समाज का गुस्सा फूट पड़ा. केडीए ने उसी शाम को नई जगह आवंटित कर दी. लेकिन समाज मूल स्थान पर ही मूर्ति और छतरी बनाने के लिए अडिग था. इस मांग के संंबध में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह, विधायक राव राजेंद्र सिंह, मंत्री ओटाराम देवासी, विधायक रविंद्र सिंह भाटी, पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ विधायक कल्पना देवी सहित कई जनप्रतिधियों ने केंद्र और राज्य सरकार को पत्र भी लिखा. समाज के रुख को देखते हुए केडीए ने भी अब नई जगह पर स्मारक का प्रस्तावित भूमि पूजन कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है

Advertisement

यह भी पढ़ेंः #बदला_लेकर_ही_रहूंगा_अपमान_का... सोशल मीडिया पर कर रहा ट्रेंड, जानिए क्या है पूरा मामला?

Topics mentioned in this article