Bundi News: बूंदी के पूर्व नरेश सूरजमल हाड़ा की मूर्ति और छतरी को तोड़ने का मामला तूल पकड़ चुका है. कोटा विकास प्राधिकरण (KDA) की इस कार्रवाई के बाद राजपूत समाज का गुस्सा भी फूट गया है. वहीं, इसके विरोध में सोशल मीडिया पर 'बदला_लेकर_ही_रहूंगा_अपमान_का' भी ट्रेंड कर रहा है. केडीए की कार्रवाई के खिलाफ यूजर्स का गुस्सा भी नजर आ रहा है. इस संबंध में प्रदेश के कई हिस्सों में ज्ञापन भी दिए गए हैं. बता दें कि कोटा विकास प्राधिकरण ने बूंदी जिले की सीमा में एयरपोर्ट के लिए 500 साल पुरानी पूर्व नरेश सूरजमल हाड़ा की मूर्ति और छतरी को तोड़ दिया. जिसके बाद राजपूत समाज आक्रोशित हो गया और अब कोटा विकास प्राधिकरण भी बैकफुट पर है.
यूनेस्को की टीम ने बताया अपराध
इसी बीच विश्वभर में ऐतिहासिक इमारतों के संरक्षण व हैरिटेज महत्व के लिए बनी संस्था (UNESCO) की टीम भी बूंदी पहुंची. टीम ने छतरी को ध्वस्त करने का मामला गंभीरता से लिया. छतरी के ऐतिहासिक और स्थापत्य कला के महत्व को जानने के साथ ही टीम के सदस्यों ने इस घटना पर चिंता भी जाहिर की. उन्होंने कहा कि किसी भी धरोहर को धाराशाही करना अपराध की श्रेणी में है. इस बारे में देश के सुप्रीम कोर्ट के भी निर्देश हैं. जल्द ही यूनेस्को की टीम तथ्यों को मजबूती से आगे पेश करेगी.
महाराव सूरजमल जी हाड़ा की छतरी को दुर्भाग्यपूर्ण रूप से तोड़ने के विषय में @weareskpf द्वारा पूरे प्रदेश में ज्ञापन दिए जा रहे है, उसी कड़ी में आज बाड़मेर जिला मुख्यालय पर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया।#बदला_लेकर_ही_रहूंगा_अपमान_का pic.twitter.com/XQN3gXdlKT
— Mahendra Singh Taratra (@Tharshree) September 26, 2024
राजूपत समाज ने दिया है 8 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम
राजपूत समाज के पदाधिकारी का कहना है कि प्रशासन अब बचने के लिए नई जगह पर मूर्ति बनाने की बात कह रहा है. उनका कहना है कि राव सूरजमल ने इस जगह पर प्राणों की आहुति दी थी. ऐसे में उसी जगह पर नई मूर्ति बनाई जाए. साथ ही मांग है कि प्रशासन को एयरपोर्ट का नक्शा संशोधित करना चाहिए और एयरपोर्ट का नाम भी राव सूरजमल के नाम पर किया जाए. राजपूत समाज ने मांग पूरी करने के लिए 8 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम दिया है.