10 साल में 3 बार बढ़ी ईसरदा बांध के बनने की डेडलाइन, आज सीएम भजनलाल करेंगे कार्यों का निरीक्षण

Isarda Dam: ईसरदा बांध का निर्माण पूरा होने के बाद जहां सवाई माधोपुर और दौसा के लाखों लोगों की यह बांध प्यास बुझायेगा तो वहीं डूब क्षेत्र में टोंक में बनास नदी के अंदर लगभग 25 किलोमीटर गहलोद पुलिया तक पानी का भराव होगा, जिससे क्षेत्र के कुओं का जलस्तर बढ़ेगा और क्षेत्र की तस्वीर बदलेगी.

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निर्माणाधीन ईसरदा बांध

Isarda Dam Tonk-Sawai Madhopur: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रविवार को दौसा और सवाई माधोपुर जिलों के 1256 गांवों और 6 शहरों की प्यास बुझाने के लिए बनास नदी पर 1856 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे ईसरदा बांध के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करेंगे. इससे इस बांध के निर्माण को रफ्तार मिलने की उम्मीद जगी है.

अब तक तीन बार ईसरदा बांध के निर्माण की डेड लाइन बढ़ाई जा चुकी है. मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर जिला कलेक्टर सौम्या झा के नेतृत्व में सभी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है. हैलीपेड से लेकर निरीक्षण स्थल तक रिहर्सल भी कर ली गई है. 

गौरतलब है सरकारी प्रोजेक्ट की कछुआ चाल और बजट में बढ़ोतरी का खेल देखना हो तो पेयजल के लिए बनाई गई ईसरदा बांध परियोजना का हाल ही देख लीजिए. टोंक में बनास नदी पर बनेठा के पास बन रहा ईसरदा बांध पिछले 10 सालों में कछुआ चाल से चलता हुआ 2013 में स्वीकृत बजट राशि 530 करोड़ के मुकाबले अब संसोधित राशि 1856 करोड़ रुपये से बन रहा है.

पिछले 10 सालों में इसके निर्माण की डेड लाइन अब तक तीन बार बदली जा चुकी है ऐसे के दौसा और सवाई माधोपुर जिलों के अलावा 6 शहरों के 1256 गांवों को ईसरदा बांध परियोजना के पूरे होने इंतजार है. 

अब निर्माण पूरी होने की डेडलाइन अगस्त 2024 

यह परियोजना 2024 के बाद इन्हीं शहरों के लाखों लोगों के लिए वरदान बनेगी. दो चरणों के पूरे होने के बाद इस बांध में कुल 10.77 टीएमसी पानी का संग्रहण किया जा सकेगा. अब तीसरी बार इस बांध की कार्य पूर्ण होने की डेडलाइन अगस्त 2024 तय की गई है. बांध के प्रथम चरण में 256 आरएल मीटर तक जलसंग्रहण करके कुल 3.34 टीएमसी पानी का जल संग्रहण किया जाएगा.

बांध निर्माण में होती देरी के प्रमुख कारण 

ईसरदा बांध परियोजना के निर्माण में देरी की वजह सरकारी सिस्टम की सुस्त चाल के साथ ही अनुबंध की शर्तों के अनुसार पर्यवारण मंत्रालय द्वारा भूमि प्रत्यावर्तन की स्वीकृति तो कभी कोरोना काल में मजदूरों की कमी बहाना बनी. दूसरा चरण पूरा होने पर इस बांध में 262 आरएल मीटर तक पानी रोककर कुल 10.77 टीएमसी पानी का संग्रहण किया जाएगा .  

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दौसा-सवाई माधोपुर जिलों में होगा पेयजल संकट दूर 

ईसरदा बांध का निर्माण पूरा होने के बाद जहां सवाई माधोपुर और दौसा के लाखों लोगों की यह बांध प्यास बुझायेगा, तो वहीं डूब क्षेत्र में टोंक में बनास नदी के अंदर लगभग 25 किलोमीटर गहलोद पुलिया तक पानी का भराव होगा, जिससे क्षेत्र के कुओं का जलस्तर बढ़ेगा और क्षेत्र की तस्वीर बदलेगी.

कोटा के नोनेरा बैराज का भी करेंगे निरीक्षण 

मुख्यमंत्री ईआरसीएपी के नोनेरा बैराज साइट का भी विजिट करेंगे. हैलीकॉप्टर से मुख्यमंत्री दोनों स्ट्रक्चर को निहारेंगे. बैराज और डैम की कार्य प्रगति जानेंगे.भजनलाल शर्मा का मुख्यमंत्री के तौर पर यह पहला हाड़ौती दौरा है.

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