ग्रामीणों ने साइबर ठग को सीआईडी टीम के चंगुल से छुड़ाया, आरोपी को पकड़ने गई थी टीम

मौके से सीआईडी टीम को एक बैग मिला है, जिसमें छह लाख 93 हजार 500 रुपए बरामद किए गए हैं. उन्होंने बताया कि सीआईडी टीम को सूचना मिली थी कि आरोपी मुबीन अपना गिरोह बनाकर साइबर धोखाधड़ी में लिप्त है और लोगों को ब्लैकमेल कर उनसे रकम ठगने का काम करता है।

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प्रतीकात्मक तस्वीर
अलवर:

जिले के सदर थाना क्षेत्र के लोहरवाडी गांव में एक साइबर ठग को पकड़ने गई अपराध अन्वेषण विभाग सीआईडी की टीम उस वक्त लेने के देने पड़ गए जब आरोपी को बचाने के लिए गांव वालों ने टीम को घेर लिया, जिससे आरोपी उनकी चंगुल छूटकर फरार हो गया. थानाधिकारी दिनेश चंद्र ने बुधवार को बताया कि घटना सोमवार शाम की है जब साइबर ठग मुबीन को पकड़ने के लिए सीआईडी की टीम लोहारवाडी गांव पहुंची.

थानाधिकारी के मुताबिक गांव में सीआईडी टीम को देख आरोपी युवक मुबीन और उसके दो साथी शाहरुख एवं अख्तर भागने लगे. इस परॉ टीम ने पीछा कर मुबीन को पकड़ लिया, जबकि दो युवक शाहरुख और अख्तर फरार हो गए. उन्होंने बताया कि मुबीन को पकड़ने पर गांव वालों ने टीम को घेर लिया और आरोपी को उनसे छुड़ा कर ले गए.

उन्होंने बताया कि मौके से सीआईडी टीम को एक बैग मिला है, जिसमें छह लाख 93 हजार 500 रुपए बरामद किए गए हैं. उन्होंने बताया कि सीआईडी टीम को सूचना मिली थी कि आरोपी मुबीन अपना गिरोह बनाकर साइबर धोखाधड़ी में लिप्त है और लोगों को ब्लैकमेल कर उनसे रकम ठगने का काम करता है।

उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 406 (किसी दूसरे व्यक्ति के साथ में विश्वास या भरोसे पर दी गई संपत्ति का गलत प्रयोग करता है या उसको बेच देता है), 332 (लोक सेवक अपने कर्तव्य से भयोपरत करने के लिए स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 353 (कर्तव्यों के निर्वहन में बाधा डालने के लिए लोक सेवक पर चोट या गंभीर चोट पहुंचाकर हमले का अपराध करना) के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है.

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