Alwar News: अलवर में साइबर क्राइम के एक मामले को लेकर बीते शनिवार और रविवार को पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई थी, जिसमें एक पुलिसकर्मी के पैरों के नीचे आने से दो माह की दुधमुंही बच्ची की मौत हो गई थी. अब इस मामले में सोमवार को दो हेड कांस्टेबल और तीन कांस्टेबल को पुलिस लाइन भेज दिया गया है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है.
दरअसल, पुलिस साइबर धोखाधड़ी के एक मामले में कथित आरोपी इमरान को पकड़ने के लिए शनिवार को नौगांवा थाना क्षेत्र के एक घर में गई थी. परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने एक माह की बच्ची अलिस्बा को कुचल दिया, बच्ची अपनी मां के बगल में चारपाई पर सो रही थी. इस घटना के बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया और गांव से लोग अलवर आकर एसपी आवास पर धरने पर बैठ गए थे.
परिवार ने आरोप लगाया कि छापेमारी के दौरान जब शिशु की मां ने विरोध करने की कोशिश की तो पुलिस ने कथित तौर पर उसे घर से बाहर धकेल दिया. परिवार ने यह भी दावा किया इस पूरी कार्रवाई के दौरान कोई महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थी.
''मेरी बेटी की हत्या कर दी गई, मुझे न्याय चाहिए''
बच्ची की मां रायजादा खान ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरी बेटी की हत्या कर दी गई, मुझे न्याय चाहिए. मैं अपनी बेटी के साथ चारपाई पर सो रही थी, तभी पुलिसकर्मियों ने मुझे खींचकर कमरे से बाहर भेज दिया. उन्होंने मेरे पति को भी बाहर खींच लिया. पुलिसकर्मियों ने मेरी बेटी के सिर पर पैर रखा और उसे मार डाला.'' बच्ची के पिता इमरान ने कहा, ‘‘मेरा किसी भी ऑनलाइन धोखाधड़ी से कोई संबंध नहीं है. पुलिस ने मेरा फोन छीन लिया. वे बिना किसी पूर्व सूचना के आए और मेरी बेटी को मार डाला.''
दो हेड कांस्टेबल और तीन कांस्टेबल लाइन हाज़िर
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तेजपाल सिंह ने बताया, ‘‘इस मामले में दो हेड कांस्टेबल और तीन कांस्टेबल को पुलिस लाइन भेज दिया गया है. साइबर अपराध के लिये इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन की लोकेशन पीड़ित के घर पर मिली थी लेकिन मोबाइल वहां नहीं मिला.''
SP ऑफिस के सामने पीड़ित परिवार ने किया था प्रदर्शन
परिवार ने मामले में दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. कथित लापरवाही से नाराज ग्रामीणों ने अलवर पुलिस अधीक्षक के आवास के बाहर प्रदर्शन किया और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोमवार को प्रदर्शन खत्म हो गया.
राजस्थान में अपराध चरम पर है- नेता प्रतिपक्ष
विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता टीका राम जूली ने ‘एक्स' पर कहा, ‘‘राजस्थान में अपराध चरम पर है, प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सरकार का अंकुश नहीं है.'' उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सरकार में राजस्थान की पहचान अपराध मुक्त की जगह अपराध युक्त प्रदेश के रूप में हो रही है.
भाजपा के कार्यकाल में प्रदेश में जंगल राज और माफिया राज आ गया है, इस सरकार में अपराधियों के हौसले इस कदर बढ़ गए हैं कि अपराधी दिनदहाड़े लूट, हत्याएं, चोरी व डकैती जैसे आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे है.''
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