Rajasthan News: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के घर पर बुधवार सुबह से सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन की रेड (CBI Raid) जारी है. केंद्रीय एजेंसी की इस कार्रवाई को कांग्रेस (Congress) ने राजनीति से प्रेरित बताया है. इस मामले में अब राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) का भी बयान सामने आया है.
'यह सिलसिला अब बंद होना चाहिए'
AICC महासचिव और छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने एक्स पर लिखा, 'आज भूपेश बघेल के निवास पर CBI की टीम पहुंच गई. यह कोई संयोग नहीं है. इससे पहले भी उनके घर पर ED ने कार्रवाई की थी. अब यह स्पष्ट है कि राजनीतिक द्वेषता से प्रेरित होकर ये सब करवाया जा रहा है. विपक्षी नेताओं को परेशान करने और लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करने के लिए ऐसे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. केंद्रीय संस्थाओं की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं और यह सिलसिला अब बंद होना चाहिए.'
महादेव बेटिंग ऐप मामले में चल रही CBI रेड
यह छापेमारी महादेव बेटिंग ऐप मामले में रायपुर और दुर्ग जिले में स्थित उनके भिलाई निवास में चल रही है. सीबीआई की टीम इस वक्त भी भूपेश बघेल के आवास पर मौजूद है. सीबीआई की टीम दो गाड़ियों में सवार होकर भूपेश बघेल के घर पहुंची है. इसके अलावा, सीबीआई ने पूर्व सीएम बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा और भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के घर भी रेड की है. साथ ही, आईपीएस अधिकारी आरिफ शेख और आईपीएस अफसर अभिषेक पल्लव के घर भी रेड की खबर है.
भूपेश बघेल के दिल्ली दौरे से पहले हुई कार्रवाई
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सीबीआई छापे की जानकारी दी है. उन्होंने (भूपेश बघेल कार्यालय) के हवाले से एक्स पर लिखा, 'अब सीबीआई आई है. 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद (गुजरात) में होने वाली एआईसीसी की बैठक के लिए गठित ‘ड्राफ्टिंग कमेटी' की मीटिंग के लिए आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दिल्ली जाने का कार्यक्रम है. उससे पूर्व ही सीबीआई रायपुर और भिलाई निवास पहुंच चुकी है.'
ED ने 14 लोगों को बनाया था आरोपी
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित शराब घोटाले के मामले में बघेल के आवास पर छापेमारी की थी. ईडी महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहा है, जिसका खुलासा राज्य में पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ था. राज्य सरकार ने पिछले साल सीबीआई को कथित महादेव घोटाले से संबंधित विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज 70 मामले और राज्य में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (ईओडब्ल्यू) में दर्ज एक मामला सौंप दिया था. ईओडब्ल्यू द्वारा दर्ज प्राथमिकी में पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के साथ महादेव ऐप के प्रमोटर रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर, शुभम सोनी और अनिल कुमार अग्रवाल तथा 14 अन्य को आरोपी बनाया गया था.
तबरीकन 6000 करोड़ रुपये का है घोटाला
ईडी ने पहले भी राज्य में इस मामले में कई छापे मारे थे और कथित अवैध सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप के दो मुख्य प्रवर्तकों सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ अभियोजन शिकायतें (आरोप पत्र) दायर की थीं. ईडी ने पहले दावा किया था कि महादेव ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी ऐप में उसकी जांच से छत्तीसगढ़ के कई बड़े नेताओं और नौकरशाहों की संलिप्तता सामने आई है. ऐप के दो मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल छत्तीसगढ़ से ही हैं. ईडी के अनुरोध पर इंटरपोल रेड नोटिस के आधार पर ऐप के दो मुख्य प्रमोटरों को दुबई में हिरासत में लिया गया है. ईडी के अनुसार, इस मामले में अपराध की अनुमानित आय लगभग 6,000 करोड़ रुपये है.
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