New Breed of Goat: भारत में पाई जानें वाली बकरी की 34 विख्यात नस्लों में एक नई नस्ल की बकरी खोजी गई, जिसको करौली गोट का नाम दिया गया है. राजस्थान में पाई जाने वाली इस बकरी की नस्ल को राजस्थान की पांच बकरियों की खास नस्लों में भी प्रमुख स्थान मिला है. पशुपालन विभाग करौली के मुताबिक उदयपुर की एक टीम करौली आई और उसके द्वारा करौली में पाई जाने वाली बकरी की नई नस्ल का कई सप्ताह तक अध्ययन किया गया. जिसके बाद इस खास नस्ल की बकरी को राष्ट्रीय पशु अनुवांशिकी संसाधन ब्यूरो करनाल द्वारा नई नस्ल को मान्यता दी गई है.
कितना फायदेमंद है इस बकरी को पालना
बकरी की इस खास नस्ल की खास बात यह है कि यह बकरी 2 लीटर दूध के साथ मांस भी देती है. बकरी पालन करने वालों के लिए काफी फायदेमंद है. इस नस्ल की एक बकरी का वजन 30 से 40 किलो की मध्य में होता है. बकरी 15 से 16 महीना के बाद बच्चे देना शुरू कर देती है. इस बकरी की कीमत सामान्य 7500 रु है, लेकिन प्रॉफिट तीन गुना है. क्योंकि दूध के साथ मांस भी देती है. डिमांड की अगर बात करें तो इसकी नस्ल नई है, हजारों परिवार इस बकरी का पालन पोषण कर रहे हैं.
आपको बता दें इस बकरी की पहचान के बारे में पशु चिकित्सक राजेश शर्मा ने बताया कि कुछेक महीने से पहले बकरी की तीन नस्ल खोजी गई. यह बकरी जिले के सपोटरा, मंडरायल, बूंदी, बारां क्षेत्र में विशेष रूप से पाई जाती है.
इस बकरी यह है पहचान
यह बकरी भूरे रंग और काले रंग की होती है. इनके सींग मुड़ने के साथ साथ नुकीला होता है. कान लंबे एवं लटके हुए भी रहते है. इसकी खासियत अच्छी गुणवत्ता में दूध के साथ मांस का अच्छा उत्पादन भी है. बकरी पालन करने वालों को विशेष फायदा देती है.
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