आगामी विधानसभा चुनाव और त्योहारों को देखते हुए राजस्थान के लगभग सभी शहरों की सड़कों बैनर-पोस्टर से भरी है. कांग्रेस, भाजपा के साथ-साथ स्थानीय नेताओं और समाजसेवियों के पोस्टर सड़क किनारे, बिजली के खंभों पर, पुल पर लगे हैं. बैनर-पोस्टर के जरिए कुछ लोग अपनी दावेदारी भी पेश कर रहे हैं. लेकिन अब बैनर-पोस्टर लगाना मुसीबत में डाल सकता है. दअसल नगर परिषद ने यह फैसला लिया है कि सार्वजनिक जगहों पर पोस्टर, बैनर नहीं लगा सकते. विभिन्न जगहों पर लगाए गए पोस्टरों पर एक्शन लेते हुए नगर निगम ने मुकदमा दर्ज करवाया है. बैनर पोस्टर लगाकर लोकप्रियता हासिल करने वाले लोगों के लिए अब नगर परिषद ने अपना डंडा चलाया है.
दरअसल शहर में प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से पोस्टर बेतरतीब से कहीं भी चिपका दिये जाते हैं, जिससे शहर की सुंदरता खराब हो जाती है. बाड़मेर नगर परिषद ने ऐसे नेताओं के विरुद्ध पुलिस में मामले दर्ज करवाने शुरू कर दिए हैं, नगर परिषद ने ऐसे ही कुछ मामलों में शुक्रवार को कई नेताओं, कोचिंग संस्थानों, स्कूलों और कॉलेज संचालकों के विरुद्ध शहर की सुंदरता बिगड़ने को लेकर बाड़मेर के कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया है.
पोस्टर बैनर से पटा है शहर
नगर परिषद शहर को साफ-सुथरा और चमकाने के प्रयास कर रही है लेकिन इससे पहले शहर के मुख्य रास्तों, ओवरब्रिज व सरकारी भवनों पर स्कूल और कॉलेज संस्थान अपने-अपने प्रचार-प्रसार के लिए शहर में जगह-जगह बिना अनुमति के सरकारी जमीन और सार्वजनिक जगहों पर पोस्टर, बैनर चिपका देते हैं. अब आगामी विधानसभा चुनावों से पहले राजनेताओं ने अपने पोस्टर और बैनर से पूरा शहर भर दिया है. इससे शहर का सौंदर्य बिगड़ रहा है.
तीन भाजपा और छात्र नेताओं के विरुद्ध दर्ज हुए मामले
बाड़मेर नगर परिषद आयुक्त विजय प्रतापसिंह ने कोतवाली शहर भर में दिल्ली पब्लिक स्कूल लंगेरा रोड, टीटी पब्लिक स्कूल, मॉर्डन स्कूल गादान रोड, बचपन प्ले स्कूल बेरियों का वास, सिरमौर वेडिंग स्टोर कॉम्पलेक्स, सीएम फूड्स, के प्रबंधको और भाजपा नेता रूपाराम सारण विधानसभा क्षेत्र बाड़मेर, खेताराम जाखड़, पीयूष डोसी और छात्र नेता नारणाराम बाड़मेर के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इन्होंने शहर में सरकारी भवनों की दीवार, स्मारक, बूथ, पब्लिक रोड, ढांचा, रोड, साइन बोर्ड सहित अन्य सरकारी संपत्ति पर जगह-जगह पोस्टर और बैनर लगाकर सौंदर्यता बिगाड़ रहे है.
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