Rajasthan borewell accident: 137 घंटे से बोरवेल में तीन साल की चेतना,  NDRF की टीम खोद रहे सुरंग; रो-रोकर मां का बुरा हाल 

Rajasthan borewell accident: राजस्‍थान के कोटपूतली में 23 द‍िसंबर को बोरवेल में ग‍िरी साढ़े तीन साल की चेतना को अभी तक बाहर न‍िकाला नहीं जा सका. ज‍िला कलेक्‍टर कल्‍पना अग्रवाल ने राजस्‍थान का सबसे मुश्‍क‍िल ऑपरेशन बताया है. 

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Rajasthan borewell accident: कोटपूतली के क‍िरतपुरा के बड़‍ियाली की ढाण में चेतना 700 फीट गहरे बोरवेल में ग‍िर गई 150 फीट पर फंस गई थी. देसी जुगाड़ से 30 फीट तक ऊपर खींच ल‍िया गया. अभी भी बच्‍ची 120 फीट ऊपर अटकी है. बच्‍ची में अब कोई मूवमेंट नहीं द‍िख रहा है. एनडीआरएफ की टीम 137 घंटे से रेस्‍क्‍यू में लगी है. एनडीआरएफ की टीम अब टनल बनाकर नीच जा रहे हैं. चेतना की मां का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है. पर‍िजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है.

पूर्व मंत्री बोले-प्रशासन ने लेट कर द‍िया 

पूर्व मंत्री राजेंद्र स‍िंह गुढ़ा ने कहा, बच्‍ची को बचाने में सभी लगे हुए हैं. लेक‍िन, प्रशासन ने लेट कर द‍िया. घटना के तुरंत बाद ऑपरेशन युद्ध स्‍तर पर शुरू हो जाता तो अच्‍छा रिजल्‍ट देखते. ज‍िला कलेक्‍टर को तीन द‍िन यहां पहुंचने में लग गए, यह शर्म की बात है. 

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बच्ची की मां कर रही हाथ जोड़कर अपील

बच्ची की मां धोली देवी बचाव दल में शामिल कर्मचारियों से उसकी बेटी को बाहर निकालने की लगातार गुहार कर रही है. उसका एक वीडियो शनिवार को सामने आया, जिसमें वह रोती हुई और हाथ जोड़कर बेटी को बाहर निकालने के लिये गुहार लगा रही हैं. यह वीडियो स्थानीय पुलिस और प्रशासन की मदद से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल NDRF और राज्य आपदा मोचन बल SDRF की टीमों द्वारा लगातार चलाए जा रहे बचाव अभियान के बीच सामने आया है.

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बारिश से बाधित हुआ अभियान

बचाव दल में लगी टीम ने शुरू में लोहे के छल्ले की मदद से बच्ची को बोरवेल से निकालने की कोशिश की लेकिन सभी प्रयास विफल रहे. दो दिन तक लगातार प्रयास करने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला तो बुधवार सुबह मौके पर पाइलिंग मशीन लाई गई और समानांतर गड्ढा खोदा गया. वहीं शुक्रवार को बारिश के कारण बचाव अभियान बाधित हुआ और आज दो सदस्यीय टीम सुरंग खोदने के लिए कुएं में उतरी है.

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NDRF के जवान खोद रहे सुरंग

जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने बताया कि बोरवेल के पास समानांतर गड्ढा खोदकर एल आकार की सुरंग के जरिए चेतना तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है. गड्ढे में उतरे NDRF के दो जवान मैन्युअल ड्रिलिंग कर रहे हैं. हम उन्हें कैमरे पर देख रहे हैं. वे नीचे से जो उपकरण मांग रहे हैं, उन्हें भेजा जा रहा है. वहीं सरुंड के थानाधिकारी मोहम्मद इमरान ने बताया कि बच्ची को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. NDRF और SDRF की टीमें लगातार अभियान में जुटी हैं. कल बारिश के कारण काम बाधित हुआ था.

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