Rajasthan Crime: इस नंबर से आए कॉल तो रहें सावधान, आपके बैंक खाते से निकल जाएगा पैसा

साइबर ठगो ने सामान पार्सल करने के नाम पर ठगी का नया तरीका अपनाया है. वे आपके नंबर पर कॉल करते और एक एड्रेस बताने के लिए एक नंबर पर कॉल करने के लिए कहते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
आईजी राहुल प्रकाश

Bharatpur News: अगर आप ऑनलाइन सामान ऑर्डर मंगाते हैं तो सावधान हो जाइए. अब नए-नए तरीके के माध्यम से जालसाजी की गतिविधियां सामने आ रही हैं. ठग पार्सल सामान की डिलीवरी करने के नाम पर एड्रेस ढूढ़ने के बहाने नंबर देकर काल करने के लिए कहते हैं. उसके बाद कॉल फॉरवर्ड करके ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं. 

कॉल फारवर्ड कर करते ठगी

आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि भरतपुर के मेवात में ठगी के काफी ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. आज के समय में अधिकतर लोग ऑनलाइन सामान मंगाते हैं और उनको लगता है कि उनका सामान आ रहा है. ठग के द्वारा जो नंबर दिया जाता है. उस नंबर में आगे स्टार (*) और पीछे हेज (#) लगा रहता है, कॉल फॉर्वर्डिंग का कोड है, लेकिन आम लोगो को पता नही है.

जब ठगों के द्वारा दिए गए नंबर पर कॉल किया जाता है तो वह कॉल अपराधी के नंबर पर फॉरवर्ड हो जाता है. फारवर्ड होने के बाद जो भी कॉल आपके पास आने हैं, वह अपराधी के नंबर पर आने लग जाते हैं. कई बार एसएमएस नहीं जाते हैं और जो बैंक के ओटीपी होते हैं. उन्हें कॉल के थ्रू भी बता दिया जाता है. उसके माध्यम से बैंक में जमा राशि को आसानी से निकाल लेते है.

पुलिस अधिकारियों के नाम पर जालसाजी

आईजी के मुताबिक, फेसबुक और व्हाट्सएप की प्रोफाइल पर हमारी फोटो लगी रहती है. उसे कॉपी करके नया प्रोफाइल बना लेते हैं. उसके माध्यम से वह मैसेज भेजते हैं कि मेरा एक मित्र है. वह आपसे संपर्क करेंगे. यह उनका नंबर है व अन्य फोर्सेज के अधिकारी का नाम लेकर कहते है कि ओमकार का ट्रांसफर हो गया है और सामान भेजना है, लेकिन ट्रांसपोर्ट का खर्चा ज्यादा है.

Advertisement

इस सामान को बेचना है तो उन्हें देख लो. एक बार फिर आप उस पर कॉल करेंगे तो बोलेंगे, हां मैं उन्हें जानता हूं. इसके बाद वह आपको कूलर, एसी, फ्रीज और कूलर, फर्नीचर के फोटो भेजना शुरू कर देगा और वह अच्छी कंडीशन में होंगे और उनका मूल्य बहुत कम बताएगा. इसके झांसे में भी लोग आ जाते है. 

आईजी ने बताया कि ऑनलाइन ठगी के खिलाफ 1 मार्च से शुरू हुआ हमारा अभियान प्रभारी रहा और इसके सकरात्मक परिणाम देखने को मिले हैं. इस अभियान को आगे तक ले जाने का प्रयास है. 1 मार्च से पहले 1 दिन में 225 साइबर क्राइम के मामले मेवात में सामने आ रहे थे. इसके बाद मेवात में अभी घटकर मामले 135 हो गया है. कम समय में काफी गिरावट देखी गई है. जो बचा हुआ 135 है, उसे भी खत्म करने के लिए हम लोग इस अभियान को आगे चलाएंगे.

Advertisement

यह भी पढें-  Rajasthan: साइबर फ्रॉड करने वाले 26 बदमाश पकड़े, 38 मोबाइल और दो कार समेत 7 बाइक जब्त