Tijara News: तिजारा पुलिस ने साइबर फ्रॉड के मामले में दो दिन चली बड़ी कार्रवाई में 26 बदमाशों को गिरफ्तार कर 38 मोबाइल बरामद किए हैं. खैरथल तिजारा जिला पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार चौधरी के नेतृत्व में 10 पुलिस की टीम में साइबर फ्रॉड में लिप्त शातिर बदमाशों को गिरफ्तार करने में लगी हुई थी. एसपी मनीष कुमार चौधरी ने बताया कि साइबर फ्रॉड में लिप्त बदमाश या तो टटलू बाजी का धंधा छोड़ दें या फिर गांव छोड़ दें. उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.
कल एक बालअपचारी समेत 9 जनों को किया गिरफ्तार
एसपी मनीष कुमार चौधरी ने बताया कि 30 मई 2024 को ग्राम रावका और मेदावास थाना किशनगढ़ बास के खेतों में अलग-अलग दो जगहों पर 9 व्यक्तियों द्वारा झुण्ड बनाकर बैठकर ऑनलाइन ठगी कर लोगों से धोखाधड़ी कर पैसे ऑनलाइन ऐठना और इस घटना क्रम में 10 मोबाइल, 1 हुण्डाई क्रेटा गाडी उपयोग में लेना और किशनगढ़बास थाने में मामला दर्ज कराया गया था. पुलिस ने आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120 बी एवं 66 डी आईटी एक्ट में मामला दर्ज कर जांच किशन कुमार पुलिस निरीक्षक, संचित निरीक्षक रिजर्व पुलिस लाईन खैरथल-तिजारा को सौंपी गई.
पुलिस ने 10 जनों को किया गिरफ्तार
प्रकरण में पुलिस ने मौसम और मौसमदीन पुत्र रमजान मेव, सुनील कुमार पुत्र मामचंद मेघवाल, आसिफ उर्फ पिटी उर्फ अप्पा पुत्र नूर मोहम्मद मेव, सोनू पुत्र सुखपाल प्रजापत, दीपक पुत्र रतिराम, सोमदेव प्रजापत पुत्र पतराम कुम्हार, जुल्फान पुत्र हकमुदीन मेव, ताहिर पुत्र सुभान मेव, सैकुल पुत्र अली मोहम्मद मेव, शरीफ उर्फ शरी पुत्र अली मोहम्मद मेव को गिरफ्तार किया है.
29 मई को 16 जनों को किया गया था गिरफ्तार
पहाड़ी की तलहटी पर पर साइबर फ्रॉड का ठिकाना बनाकर लोगों को लोभ प्रलोभनों का झांसा देकर ठगी का शिकार बना रहे थे. खैरथल तिजारा जिला पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार चौधरी को जब इसके बारे में जानकारी लगी तो उन्होंने इन शातिर बदमाशों को दबोचने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया. एसपी मनीष कुमार चौधरी के नेतृत्व में टीम ने 16 बदमाशों को दबोच कर उनके कब्जे से 28 मोबाइल, एक बोलेरो गाड़ी और 7 बाइक को जब्त किये हैं.
एप्स के जरिये करते थे ठगी
किशनगढ़बास डीएसपी राजेन्द्र सिंह ने बताया कि किशनगढ़बास क्षेत्र में ओएलएक्स और नटराज पेंसिल तथा अन्य एप के जरिए ऑनलाइन ठगी करने वालों का साइबर सेल के तकनीकी सहयोग से डेटा तैयार किया गया. एसपी मनीष कुमार ने राजेंद्र सिंह निर्वाण के नेतृत्व में डीएसटी टीम और किशनगढ़बास थाना पुलिस की विशेष टीम गठित की. इन टीमों ने ऑनलाइन ठगी करने वाले लोगों को चिन्हित किया. मुखबीर की सूचना पर पुलिस ने गांव लालपुरी की पहाड़ी में दबिश दी तो तलहटी में दो अलग-अलग जगह 16 व्यक्ति ग्रुप में बैठकर ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे.