राजस्थान के टाइगर रिजर्व से भागा बाघ, MP सीमा पर कर रहा मूवमेंट, ट्रैसिंग में जुटा वन विभाग 

मुकन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व से लापता हुए बाघ को ढूढने के लिए राजस्थान व मध्य प्रदेश की टीम लगी हुई हैं. मुकुंदरा से गायब होने के बाद अब बाघ भीलवाड़ा के जंगलों में मूवमेंट कर रहा हैं. टाइगर की लोकेशन ट्रैस होने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली.

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बाघ के मूवमेंट की तस्वीर.

Tiger Movement Trace: राजस्थान का मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व एक बार फिर बाघ के मूवमेंट से सुर्खियों में आ गया. पिछले तीन दिन से रिजर्व का एमटी 5 बाघ रिजर्व से बाहर मूवमेंट कर रहा है. यह रिजर्व का एक मात्र मेल टाइगर है, जो भी रिजर्व की सीमा से बाहर चला गया. बाघ का मूवमेंट पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के नीमच और पड़ोसी जिले भीलवाड़ा की सीमा के आसपास मूवमेंट कर रहा है. इस बात से फॉरेस्ट डिपार्टमेंट टेंशन में है. क्योंकि रिजर्व से बाहर निकला बाघ जो दूसरे एरिया में मूवमेंट करता है, उसे असुरक्षित माना जाता है. हालांकि मुकंदरा प्रशासन ने कहा है कि उसे शुक्रवार को पेट्रोलिंग के वक्त मूवमेंट करते देखा है.

बाघ की मूवमेंट पर नजर

6 से 7 फरवरी के बीच एमटी बाघ मुकुंदरा से गायब हो गया और घूमते घूमते सिंगोली मध्यप्रदेश से तिलस्वां के जंगलों में पहुंच गया. एमटी 5 बाघ कोटा एरिया से गायब हुए था. बाघ घूमता हुआ एमपी के रतनगढ़, चित्तौड़गढ़ जिले के भैंसरोडगढ़ के भुजर के जंगलों से होते हुए बिजौलिया के तिलस्वा के जंगलों में गुरुवार को पहुंच गया. बाघ एमटी 5 ने एक भैंस और एक श्वान का शिकार किया. यहां से बाघ आगे बढ़ते हुए साइमाला क्षेत्र में पहुंचा. एमटी 5 के गले में रेडियो कॉलर लगा होने से इसकी मूवमेंट का पता चल पा रहा हैं.

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लगातार की जा रही मॉनिटरिंग

रिजर्व के डीसीएफ बीजो जॉय ने NDTV को बताया कि 6 फरवरी की रात बाघ मुकंदरा से बाहर निकला है. मध्यप्रदेश की नीमच और भीलवाड़ा की सीमा तक उसका मूवमेंट हुआ. आज भीलवाड़ा जिला की सीमा बाघ की वन विभाग के स्टाफ को डायरेक्ट साइटिंग हुई. डीसीएफ ने यह भी कहा बाघ का मूवमेंट मुकंदरा रिजर्व वापसी को लेकर हुआ है. बाघ की मॉनिटरिंग करने में मध्यप्रदेश नीमच और भीलवाड़ा वन विभाग का स्टाफ लगा हुआ है.

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जोगणिया माता मंदिर के पास देखा गया बाघ

बाघ का मूवमेंट बालाजी की धार, आरोली, हरी बडल्या, होते हुए गुरुवार रात को बाघ की लोकेशन चित्तौड़गढ़ के जोगणिया माता में आ रही थी. राजस्थान और एमपी की टीम ने वहां पहुंचकर बाघ का पीछा किया और गुरुवार देर रात को उसे जोगणिया माता मंदिर के आसपास जंगलों में देखा गया. वन विभाग मांडलगढ़ रेंज ने बताया कि कोटा के मुख्य वन संरक्षक बीजू जॉय समेत कोटा, रतनगढ़ और मांडलगढ़ रेंज के अधिकारी बाघ एमटी 5 पर अपनी निगाहें बनाए हुए हैं. भैंसरोडगढ़ होते हुए बाघ अब भीलवाड़ा जिले में मूवमेंट कर रहा हैं. टीम को आज शुक्रवार सुबह दिखाई दिया हैं. मुकुंदरा टाइगर रिजर्व अभ्यारण में टाईगर एमटी 5 टाइग्रेस एमटी 4 के साथ रहता हैं.

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