बानसूर में बाघों का नया ठिकाना, सरिस्का टाइगर रिजर्व क्षेत्र से दूर देखा गया मूवमेंट

जंगलों के पास रहने वाले ग्रामीण डर भी महसूस कर रहे हैं. खासकर रात के समय लोग सतर्क रहने लगे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बाघों के मूवमेंट से उनकी दिनचर्या पर असर पड़ रहा है. 

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टाइगर

Rajasthan News: राजस्थान के सरिस्का टाइगर रिजर्व की मशहूर बाघिन ST-12 अपने चार बड़े हो चुके शावकों के साथ बानसूर के रामपुर इलाके में देखी गई. यह इलाका सरिस्का टाइगर रिजर्व के क्षेत्र से काफी दूर है. खारीकाबास के जंगलों में बाघिन का यह मूवमेंट स्थानीय लोगों के लिए आश्चर्य और डर का कारण बन गया है. राहगीरों ने इस रोमांचक दृश्य का वीडियो बनाया जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. 

जंगलों में 14 बाघों का डेरा

सूत्रों की मानें तो बानसूर के नाथूसर, लोज, पानीढाल और खारीकाबास के घने जंगलों में अब करीब 14 बाघ-बाघिन विचरण कर रहे हैं. इनमें 8 शावक भी शामिल हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि सरिस्का की सीमाओं से बाहर निकलकर बाघों ने रामपुर के छिंड और आसपास के जंगलों को अपनी स्थायी टेरिटरी बना लिया है. ST-22 बाघिन सहित कई अन्य बाघ-बाघिनें भी सरिस्का छोड़कर यहीं बस गई हैं. 

ग्रामीणों में उत्साह के साथ सतर्कता

बाघों की मौजूदगी से स्थानीय लोग रोमांचित हैं. कई लोग इसे प्रकृति का अनोखा नजारा मान रहे हैं. लेकिन साथ ही जंगलों के पास रहने वाले ग्रामीण डर भी महसूस कर रहे हैं. खासकर रात के समय लोग सतर्क रहने लगे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बाघों के मूवमेंट से उनकी दिनचर्या पर असर पड़ रहा है. 

वन विभाग की बढ़ी सक्रियता

बाघों के इस मूवमेंट को देखते हुए वन विभाग ने गश्त और निगरानी तेज कर दी है. विभाग की टीमें इलाके में बाघों की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं. हालांकि वन अधिकारियों ने अभी इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.

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