राजस्थान में गलत मानकों से बना है Toll Plaza, देश में सबसे ज्यादा 138 टोल बूथ, देखें यूपी-महाराष्ट्र के आंकड़े

राजस्थान में कई ऐसे टोल प्लाजा है जिसमें दो टोल के बीच की दूरी 60 किलो मीटर से कम हैं. राजस्थान टोल प्लाजा के नंबर के मामले में पहले नंबर पर आता है. जबकि टोल वसूली की बात करें तो राजस्थान का स्थान अव्वल है.

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Rajasthan Toll Plaza: राजस्थान में इन दिनों टोल प्लाजा का मुद्दा गरमाया हुआ है. प्रदेश में कई टोल प्लाजा गलत मानकों से बनाया गया है, इस वजह से आम लोगों के जेब से पैसे कट रहे हैं. लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है. बताया जा रहा है कि राजस्थान में कई ऐसे टोल प्लाजा है जिसमें दो टोल के बीच की दूरी 60 किलो मीटर से कम हैं. राजस्थान टोल प्लाजा के नंबर के मामले में पहले नंबर पर आता है. जबकि टोल वसूली की बात करें तो राजस्थान का स्थान अव्वल है.

NH की लंबाई में राजस्थान तीसरे नंबर पर

क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य राजस्थान, जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) की लंबाई के मामले में तीसरे स्थान पर है. महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश के बाद यहां राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई सबसे अधिक है. लेकिन टोल प्लाजा की संख्या के मामले में राजस्थान पहले नंबर पर है. NHAI की आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक राजस्थान में 138 टोल बूथ हैं जबकि महाराष्ट्र में 84 और उत्तर प्रदेश में 120 टोल बूथ हैं. 

जयपुर-अजमेर के बीच 130 किलोमीटर पर तीन टोल प्लाजा

जयपुर से अजमेर की दूरी 130 किलोमीटर है लेकिन इस बीच में 3 टोल प्लाजा हैं. कई टोल ऐसे हैं जिनके बीच की दूरी 30 से 40 किलोमीटर तक है. एनएचएआई के नियमों के मुताबिक एक टोल प्लाजा से दूसरे की दूरी 60 किलोमीटर होगी. लेकिन राजस्थान में इन नियमों की साफ तौर पर अनदेखी हुई है.

टोल प्लाजा बनाने के नियम का उल्लंघन

8 फरवरी 2024 को राज्यसभा में टेबल हुई स्टैंडिंग कमिटी की रिपोर्ट भी देश में टोल प्लाजा के निर्माण में दूरी नियमों की अनदेखी की ओर इशारा करती है. "ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस ऑफ नेशनल हाइवे एंड मेंटेनेंस ऑफ टोल प्लाजा" नामक रिपोर्ट में टोल प्लाजा के निर्माण में 60 किलोमीटर के दूरी रखने के नियम के पालना से अधिक इस नियम का उल्लंघन हुआ है.

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