Jodhpur to Ayodhya Bike Ride: जिदंगी में कुछ कर गुजरने का जज्बा जहन में हो तो कठिन से कठिन राह को आसान बनाया जा सकता है. ऐसा ही एक उदाहरण जोधपुर से सामने निकलकर आया है. जहां 62 साल के एक व्यक्ति ने अपने जज्बों के आगे उम्र के सारे बंधन को तोड़ दिया. वह भी ऐसे समय में जब उम्र के एक पड़ाव में जहां अक्सर लोग चारपाई पकड़ लेते है. लेकिन चौपासनी हाउसिंग बोर्ड स्थित राम नगर निवासी राकेश गर्ग ने 62 साल की उम्र में जोधपुर से अयोध्या तक करीब 1100 किलोमीटर से ज्यादा मोटर साईकिल चला कर एक इतिहास रच दिया है.
जोधपुर से अयोध्या का सफर
राकेश गर्ग ने इससे पहले जोधपुर से कोयम्बटूर तक मोटर साइकिल चला कर करीब 2200 किलोमीटर का सफर साल 2023 में तय किया. इसके अलावा उन्होंने इस उम्र वह मोटर साईकिल के माध्यम से ही दिल्ली, कोलकता, बैंगलोर और पुणे समेत कई जगहों पर इस उम्र में सफर कर चुके है. राकेश गर्ग ने इस बार 13 अप्रैल को सुबह 4 बजे जोधपुर से अयोध्या के लिए निकले थे.
कुछ महीनों पहले अयोध्या जाने का किया निर्णय
गर्ग ने 14 अप्रैल को अयोध्या पहुंचकर पहले सरयू नदी में डुबकी लगाई और उसके बाद हनुमान गढ़ी पहुंच कर हनुमान जी के दर्शन किए. इसके बाद उन्होंने राम लला का भी दर्शन किया. उन्होंने 17 अप्रैल को रामनवमी पर अयोध्या के राम मंदिर में सूर्य तिलक के भी दर्शन किए. राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार प्रभु श्रीराम के दिव्य स्वरूप के दर्शन किये. गर्ग ने बताया कि सुबह 11 बजकर 58 मिनट पर सूर्य की पहली किरण रामलला के मस्तक पर पड़ी और करीब 4 मिनट तक रही. जिसके लाखों राम भक्तों ने दर्शन किये.
62 वर्षीय राकेश गर्ग अपनी बजाज एवेंजर 160 सीसी मोटर साइकिल पर अब तक देशभर के एक दर्जन से ज्यादा शहरों का सफर कर चुके है. 22 जनवरी को रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई इसी दौरान उन्होंने अपनी बाइक से अयोध्या जाना तय किया था.
रोजाना 3 से 4 घंटे करते है योग
राम नगर निवासी राकेश गर्ग प्रतिदिन योगा करते है और अपने शारीरिक फिटनेस का पूरा ख्याल रखते है. वे रोजाना सुबह भोर होने के साथ अशोक उद्यान जाते है. जहां पर वे खुद ही नहीं बल्कि अन्य लोगों को भी योगा अभ्यास करवाते है. वे बताते है कि योगा अभ्यास से मुझे खुशी मिलती है. यूथ के लिए राकेश गर्ग का मंत्र है हर किसी को अच्छा खाना लेना चाहिए और एक्सरसाइज करनी चाहिए. जंक फूड से दूर रहना चाहिए और अपनो से बड़ों का आदर करना चाहिए.