Rajasthan News: त्रिनिडाड और टोबैगो की राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन में भारत सरकार और जयपुर फुट की निर्माता संस्था भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति (बीएमवीएसएस) ने मिलकर एक खास जयपुर फुट पुनर्वास शिविर शुरू किया. इस शिविर का उद्घाटन त्रिनिडाड की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिस्सेसर ने किया. इस शिविर में 800 विकलांगों को मुफ्त कृत्रिम पैर लगाए जाएंगे. यह पहल भारत और त्रिनिडाड के बीच दोस्ती को और मजबूत करने का एक अनूठा कदम है.
भारत सरकार की पहल, मोदी की प्रशंसा
इस साल जुलाई में त्रिनिडाड की संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि भारत सरकार त्रिनिडाड के विकलांगों की मदद के लिए जयपुर फुट शिविर आयोजित करेगी. इस वादे को तीन महीने के अंदर पूरा करते हुए जयपुर से कृत्रिम पैर बनाने की मशीनें और उपकरण त्रिनिडाड पहुंच गए. प्रधानमंत्री कमला प्रसाद ने मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि इस शिविर ने अंतरराष्ट्रीय कूटनीति को नई दिशा दी है. उन्होंने भारत के इस सहयोग को मैत्री का मजबूत कदम बताया.
त्रिनिडाड में बनेगा जयपुर फुट का स्थायी केंद्र
शिविर के उद्घाटन में बीएमवीएसएस के संस्थापक डी.आर. मेहता ने ऐलान किया कि त्रिनिडाड में जयपुर फुट का स्थायी केंद्र स्थापित किया जाएगा. इसके लिए वे करीब 86 लाख रुपये की मशीनें और उपकरण त्रिनिडाड सरकार को भेंट करेंगे. साथ ही 75 हजार डॉलर इस प्रोजेक्ट के लिए दिए जाएंगे. यह केंद्र न सिर्फ त्रिनिडाड बल्कि आसपास के कैरिबियाई देशों के विकलांगों के लिए भी वरदान साबित होगा.
तकनीकी प्रशिक्षण और वैश्विक पहल
भारतीय उच्चायुक्त डॉ. प्रदीप सिंह राजपुरोहित ने बताया कि त्रिनिडाड के तकनीशियनों को जयपुर में प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि स्थायी केंद्र तकनीकी रूप से सक्षम हो सके. डी.आर. मेहता ने कहा कि बीएमवीएसएस दुनिया की सबसे बड़ी विकलांग पुनर्वास संस्था है. वर्तमान में पोर्ट ऑफ स्पेन के अलावा म्यांमार और निकारागुआ में भी ऐसे शिविर चल रहे हैं.
सहयोग और प्रेरणा का मंच
उद्घाटन समारोह में जयपुर फुट यूएसए के चेयरमैन प्रेम भंडारी और बीएमवीएसएस अहमदाबाद केंद्र के ललित जैन समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे. भंडारी ने भी समारोह को संबोधित किया और इस पहल की सराहना की.
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