Rajasthan News: राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET UG) के आयोजन में कथित गड़बड़ी को लेकर राजस्थान के कोटा (Kota) शहर में सोमवार को उग्र प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दो एफआईआर (Congress Leaders) दर्ज की गई हैं. पहली एफआईआर में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, विधायक अशोक चांदना, चेतन पटेल व सीएल प्रेमी का नाम शामिल है. जबकि दूसरी एफआईआर में कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल, नईमुद्दीन गुड्डू, मोईजुद्दीन गुड्डू, जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह सहित अन्य के नाम शामिल हैं.
प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर सोमवार को कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने सर्किट हाउस और कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन में विभिन्न मुद्दे उठाए गए थे, जिसमें से एक मुद्दा नीट परीक्षा को रद्द करने का भी था. इस दौरान कलेक्ट्रेट चौराहे पर कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं ने पुलिस की लगाई बैरिकेडिंग को हटाकर कलेक्ट्रेट में प्रवेश होने की कोशिश की थी. इस मामले में पुलिस और कांग्रेसियों के बीच काफी देर बहस और धक्का मुक्की हुई थी. बाद में पुलिस वाटर कैनन से भीड़ को तितर बितर किया था. इसके बावजूद भी कांग्रेस नेता बैरिकेडिंग के सामने जम रहे थे.
किसकी शिकायत पर हुई FIR?
मामले में कोटा सिटी एसपी डॉक्टर अमृता दुहन का कहना है कि पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी कराई थी. इस उग्र प्रदर्शन के दौरान पुलिस से टकराव की स्थिति बन गई थी. इसलिए पुलिस अधिकारी व पुलिस कर्मियों की शिकायत पर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं. मामले में पुलिस ने धक्का-मुक्की, गाली गलौज, राज कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया है. इस दौरान पुलिस कर्मियों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं नेताओं ने मारपीट भी की.
डोटासरा-जूली को बनाया आरोपी
कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया, 'नयापुरा थाना पुलिस ने दर्ज मुकदमे में पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व मंत्री व विधायक हिंडोली अशोक चांदना, पीपल्दा विधायक चेतन पटेल कोलाना, केशोरायपाटन विधायक सीएल प्रेमी और कोटा देहात जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह को आरोपी बनाया है. नयापुरा थाना अधिकारी लक्ष्मी चंद वर्मा की शिकायत पर यह FIR दर्ज हुई है. उन्होंने बताया है कि कांग्रेस की रैली में 2000 लोग थे, जिन्हें हिंडोली विधायक अशोक चांदना ने उकसाया. इसके बाद यह लोग कलेक्ट्रेट पहुंच गए, जहां पर पुलिस ने इनसे समझाइश का प्रयास किया, लेकिन यह नहीं माने. इस मामले में पुलिस से धक्का मुक्की, गाली गलौज और राज कार्य में बाधा का आरोप हैं. इस मामले में अधिकांश आरोपी विधायक हैं. ऐसे में इनकी जांच पड़ताल सीआईडी सीबी करेगी.
दूसरी एफआईआर में 16 नाम
पुलिस उपाधीक्षक द्वितीय राजेश सोनी के अनुसार, दूसरे मामले में हेड कांस्टेबल शेर सिंह रिपोर्ट दर्ज करवाई है. इस मामले में 16 नाम और शेष अन्य आरोपी हैं. हेड कांस्टेबल शेर सिंह ने शिकायत दी थी कि वह अंबेडकर मूर्ति के नजदीक कलेक्ट्रेट चौराहे पर ड्यूटी कर रहा था. इस दौरान कांग्रेस नेता प्रदर्शन करते हुए आए और उसके साथ छीना झपटी व मारपीट की और उसको मुक्के मारे हैं जिसके चलते उसे काफी दर्द हो रहा है. इस मामले में मुकदमा दर्ज किया है व शेर सिंह का मेडिकल करवाया जाएगा. यह जांच नयापुरा थाना पुलिस ही करेगी. इसमें प्रहलाद गुंजल, भानु प्रताप सिंह, रविंद्र त्यागी, नईमुद्दीन गुड्डू, मोइजुद्दीन गुड्डू, मंजूर तंवर, असरार अहमद, विजय प्रताप सिंह पानाहेड़ा, विशाल मेवाड़ा, पवन मीणा, शिव प्रकाश नागर, धनराज, जगरूप सिंह रंधावा, नरेश मीणा, बबलू कसाना और आबिद कागजी सहित अन्य कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं को आरोपी बनाया गया है.
कोटा आईजी को दी थी धमकी
कोटा में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान सर्किट हाउस के बाहर आयोजित सभा में प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कोटा रेंज के आईजी के बारे में धमकी भरे अंदाज में कहा था कि आईजी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ ज्यादती करना बंद कर दे नहीं तो कांग्रेस कार्यकर्ता जीना हराम कर देगा. कोई बचाने नहीं आएगी. अपनी नौकरी को गरिमा में रहकर करें. प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के अलावा भी कांग्रेस के नेताओं ने कोटा रेंज के आईजी द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जबरन परेशान करने के आरोप लगाए थे.
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