Tiger Death: सरिस्का टाइगर रिजर्व में एक बाघिन की मौत, जानिए क्या थी मौत की वजह

Two Tiger Died In Sariska Tiger Reserve: वन व पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने बुधवार सुबह सरिस्का टाइगर रिजर्व पहुंचकर बाघिन की मौत के संबंध में जानकारी ली. बीमारी के चलते 13 महीने से एनक्लोजर में रखकर उनकी मॉनीटरिंग की जा रही थी.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

Sariska Tiger Reserve: जिले के सरिस्का टाइगर रिजर्व में मंगलवार को एक उम्र दराज बाघिन (एसटी 2) की मौत हो गई. बाघिन की मौत की सूचना के बाद बुधवार सुबह वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा सरिस्का पहुंचे. उनके साथ सरिस्का के क्षेत्रीय निदेशक आरएन मीणा डीएफओ डीपी जागावत सहित अन्य वन अधिकारी मौजूद थे.

वन व पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने बुधवार सुबह सरिस्का टाइगर रिजर्व पहुंचकर बाघिन की मौत के संबंध में जानकारी ली. बीमारी के चलते 13 महीने से एनक्लोजर में रखकर उनकी मॉनीटरिंग की जा रही थी. 

रिपोर्ट के मुताबिक दोनों बाघिन की मौत की तात्कालिक वजह पूंछ में लगा घाव है. उम्रदराज बाघिन पिछले 13 महीने से बीमारी के चलते संघर्ष कर रहीं थी और उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी एनक्लोजर में ही किया जा रहा था. मृत बाघिन को सरिस्का के ऑफिस लाया गया, जहां उनका पोस्टमार्टम किया जाएगा.

बाघिन की सुरक्षा में लगे वनकर्मी ने बताया कि बाघिन ने ही सरिस्का के जंगल को आबाद किया है. दोनों करीब 13 माह से बाघिन एंक्लोजर में थी, जो पूंछ में घाव को लेकर संघर्ष कर रही थी.

रिपोर्ट के मुताबिक मृत बाघिन पहले काफी घूम रही थी, लेकिन धीरे-धीरे उनका मोमेंट कम होने लगा और मंगलवार को दोपहर 3:00 बजे जब उनमें मोमेंट होता नहीं देखा, दो इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी और एनक्लोजर में जाकर देखा गया तो उसकी मौत हो चुकी थी. 

वनकर्मी ने बताया कि बाघिन की पूंछ में लगा घाव सही नहीं हो पा रहा था. उनके घावों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही थी और खाने पीने की व्यवस्था भी इसी एंक्लोजर में की जा रही थी.

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