Rajasthan News: राजस्थान में उदयपुर पुलिस ने एक बेहद जटिल मामले को सुलझाकर लोगों में कानून व्यवस्था को लेकर एक विश्वास पैदा किया है. पुलिस ने एक ऐसे मामले में बड़ा खुलासा किया हैं, जहां खास बात यह है कि इस खुलासे में किसी अपराधी को गिरफ्तार नहीं किया गया, बल्कि एक घर की खुशियां लौटाई गई हैं. दरअसल 40 लाख रुपये गहनों से भरा बैग कार से हाइवे पर गिर गया. पुलिस फिल्मी स्टाइल में तकनीकी अनुसंधान कर बैग तक पहुंची और व्यक्ति तक गहनों से भरा बैग लौटाया.
गांव जा रहे परिवार का हाईवे पर गिरा बैग
9 नवंबर को मुंबई निवासी व्यापारी वालचन्द माधवलाल सोनी खेरवाड़ा थाने पर रिपोर्ट दी. रिपोर्ट में बताया कि 8 नवंबर की शाम करीब 6 बजे मुंबई से अपने गांव भीलवाड़ा के लिए निकले थे. रास्ते में खेरवाड़ा के पास खांडी ओबरी टोलनाके की तरफ कार रोकी. खाने का बैग कार की डिग्गी में रखना था, उसकी जगह सोने के जेवर का बैग रख दिया और लेकर भीलवाड़ा के लिए रवाना हुए.
करीब 700 मीटर चले होगे कि एक बस वाले ने कहा डिग्गी खुली हैं. डिग्गी में देखा तो बैग गिर गया जिसमें जेवर रखे थे. गाड़ी टर्न की और उसी रास्ते में चाय की दुकान वाले से पूछा तो उसने कहा कि एक आदमी को बैग मिला जिसने पूछा था कि किसका हैं. फिर वह बैग अपने साथ ले गया.
पुलिस का तकनीकी अनुसंधान 60 CCTV कैमरे देखें
खेरवाड़ा थानाधिकारी दिलीप सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज करने के बाद चाय की थड़ी वाले से व्यक्ति का हुलिया जाना. खांडी ओबरी टोल नाके से लेकर आगे तक के हाइवे पर लगे 60 से ज्यादा CCTV फुटेज चेक किए. एक बाइक संदिग्ध लगी. बाइक के नम्बर के संबंध में तकनीकी एक्सपर्ट की सहायता ली, जिसमें बाइक के नंबर 8357 पाए गए. लेकिन सिरिज क्लीयर नजर नहीं आई. फिर पुलिस ने इन नंबरों से वर्ष 2012 से 2024 तक उदयपुर RTO से सिरीज देखी.
पीड़ित को थाने बुलाकर सौंपा बैग
BY से लेकर ST तक करीब 33 सिरीज देखा और कई वाहन मालिकों से व्यक्तिगत जाकर पूछताछ की. आखिकार एक वाहन मालिक वहीं निकला जिसके पास बैग था. वाहन स्वामी जीवन मीणा के पास पहुंचे तो उन्होंने कहा कि घर में मौत होने से बैग लौटा नहीं पाया. पुलिस टीम द्वारा बैंग को प्राप्त कर पीड़ित को थाने पर बुलाकर बैग दिया. वहीं बैग लेने वाले जीवन मीणा से घटना के संबंध में गहनता से पूछताछ की जारी है.
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