Udaipur Loot News: वैसे तो नेपाली लोगों की मिसाल पूरे दुनिया में अपनी ईमानदारी को लेकर दी जाती है. देश के बड़े-बड़े घरों में इन्हें काम पर रखा जाता है. समाज में इन्होंने अपनी ईमानदारी के बल पर एक अलग पहचान बनाई है. लेकिन राजस्थान के उदयपुर में हुए इस घटना के बाद नेपाली लोगों के ईमानदारी पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है. जहां एक नेपाली नौकरानी द्वारा ने अपने ही मालिक के घर पूरे परिवार को बेहोश कर एक मासूम बच्ची के हाथ पैर बांधकर लूट की वारदात को अंजाम दिया गया.
यह घटना उदयपुर शहर के भुवाणा क्षेत्र में स्थित सेलिब्रेशन मॉल के पीछे एक मकान की है. वारदात का पता मंगलवार की सुबह को चला जब आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे. बताया जा रहा है कि जहां पर यह वारदात हुई उस घर में नेपाल की रहने वाली एक महिला सर्वेंट काम करती थी और उसे कुछ समय पहले ही काम पर रखा गया था. इस वारदात को अंजाम देने के लिये उसने अपने साथियों का साथ लिया.
पड़ोसियों ने दी पुलिस को लूट की जानकारी
आसपास के लोगों ने जब सुखेर थाना पुलिस को इस मामले की जानकारी दी तो पुलिस मौके पर पहुंची. सबसे पहले घर के सभी सदस्यों को इलाज के लिए एमबी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. आसपास के लोगों से जानकारी जुटाई. पुलिस आसपास के घरों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लग गई हैं. पड़ोसियों के अनुसार वारदात को पूरी प्लानिंग से अंजाम दिया गया. पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने बताया कि परिवार के मुखिया संजय गांधी के पूरी तरह से होश में आने पर ही बताया जा सकेगा कि इस लूट में कितना नुकसान हुआ है.
बच्ची की आवाज सुनकर आएं पड़ोसी
पड़ोसियों ने बताया कि इस घटना से पहले बदमाशों ने एक बच्ची के हाथ-पैर बांध कर उसे दीवार से बांध दिया. इसके बाद अलसुबह वह जोर से चिल्ला रही थी. बच्ची की आवाज आने के बाद सबसे पहले आसपास के लोगों को सूचना दी. उसके बाद उस बच्ची को मुक्त करवाया और घर के सदस्यों को पुलिस की सहायता से अस्पताल भेजा गया हैं. इस घटना को अंजाम देने में महिला के अलावा 4 लोग और बताए जा रहे हैं. लूट के लिए 2-2 लोग अलग-अलग आएं और घर के अंदर घुसकर वारदात को अंजाम दिया हैं. फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
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