Rajasthan: तलवार से अंगूठा काटकर रक्त से आज होगा राजतिलक, विश्वराज सिंह मेवाड़ को बैठाया जाएगा वंश की गद्दी पर

Rajasthan: चित्तौड़ दुर्ग पर अंतिम बार 1531 ईस्वी में महाराणा विक्रमादित्य का राजतिलक हुआ था. अब आज (25 नवंबर) 493 साल बाद चित्तौड़ दुर्ग पर राजतिलक होगा.

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Rajasthan: उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके बेटे वि‍श्‍वराज सिंह का आज (25 नवंबर) को  राजतिलक होगा. च‍ित्‍तौड़ दुर्ग के फतेह प्रकाश महल में कार्यक्रम होगा. नाथद्वारा से विधायक व‍िश्‍वराज सिंह को उनके वंश की गद्दी पर पर बैठाया जाएगा. तलवार की धार से अंगूठे को काटकर तिलक लगाया जाएगा. इस परम्परा का निर्वहन सलूंबर ठिकानेदार करेंगे. भगवत सिंह मेवाड़ के निधन के बाद बड़े बेटे महेंद्र सिंह मेवाड़ का 19 नवंबर 1984 को राज्याभिषेक किया गया था. 

च‍ित्‍तौड़गढ़ में होगा राजतिलक 

सुबह 10 बजे चित्तौड़गढ़ में राजतिलक होगा. 2 से 3 घंटे के बीच यह कार्यक्रम पूरा होगा. इसके बाद दोपहर 2 बजे तक विश्वराज सिंह उदयपुर पहुंचेंगे. सिटी पैलेस में धूणी के दर्शन करने के बाद एकलिंगजी महादेव मंंद‍िर पहुंचेंगे, जहां शोक भंग होगा. इसके बाद अपने निवास स्थान समोर बाग में पाग दस्तूर होगा, जिसमें शोक की सफेद पाग को हटाकर गुलाबी पाग पहनाई जाएगी. इसके बाद कार्यक्रम की समाप्ति होगी.

राजतिलक के बाद मिलने का कार्यक्रम

राजतिलक के बाद वि‍श्‍वराज स‍िंह मेवाड़ लोगों से म‍िलेंगे. इसके बाद उदयपुर चले जाएंगे. उदयपुर पहुंचने के बाद महल में प्रयागग‍िरी महाराज की धूणी पर दर्शन करेंगे. इसके बाद कुल देवता के दर्शन करेंगे. 

च‍ित्‍तौड़ दुर्ग के फतेह प्रकाश महल में राजत‍िलक होगा.

व‍िश्‍वराज स‍िंह मेवाड़ दीवान के रूप में काम करेंगे

एकलिंगनाथ जी को मेवाड़ का राजा माना जाता है. एकल‍िंगनाथजी के दीवान के रूप में महाराणाओं ने अपने कार्य का न‍िर्वहन किया. इस कारण परंपरा का निर्वहन करते हुए विश्‍वराज सिंह मेवाड़ भी एकल‍िंगजी के दर्शन करेंगे. यहां पुजारी रंग दस्‍तूर की व‍िध‍ि कराएंगे. चांदी की छड़ी उनके कंधे पर धारण कराएंगे. इस छड़ी को देने का मतलब होगा कि व‍िश्‍वराज स‍िंह मेवाड़ दीवान के रूप में काम करेंगे. 

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शोक भंग की रस्‍म न‍िभाई जाएगी 

इसके बाद शोक भंग की रस्‍म न‍िभाई जाएगी. महाराणा के सफेद वाली पाग को बदलकर रंगीन पाग पहनाएंगे. व‍िश्‍वराज स‍िंह मेवाड़ उदयपुर समोरबाग आएंगे. पर‍िवार के लोगों और पुराने जागीरदारों को शोक भंग कराएंगे. इसके बाद सभी उत्‍सव में शाम‍िल हो सकेंगे. रंग वाली मेवाड़ी पाग पनह सकेंगे. 

मुंबई कॉलेज में पढ़े, व‍िधायक हैं व‍िश्‍वराज स‍िंह 

व‍िश्‍वराज स‍िंह का जन्‍म 18 मई 1969 में हुआ था. इन्होंने सेंट जेव‍ियर्स कॉलेज मुंबई से अर्थशास्‍त्र में स्‍नातक की ड‍िग्री ली. नाथद्वार से व‍िधायक हैं. इनकी पत्‍नी महारानी मह‍िमा कुमारी मेवाड़ राजसमंद से सांसद हैं. 

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