Rajasthan Politics: मीराबाई पर विवादित बयान देकर बुरे फंसे केंद्रीय कानून मंत्री, अर्जुन राम मेघवाल ने अब मांगी माफी

Arjun Ram Meghwal Apologizes: केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बीते दिनों दावा किया था कि विवाह के एक साल बाद मीराबाई के पति भोजराज की मृत्यु हो गई थी और मीराबाई का देवर उनसे विवाह करना चाहता था. इस टिप्पणी ने राजस्थान के तमाम राजपूत नेताओं और संगठनों को आहत कर दिया था.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल.

Rajasthan News: मीराबाई (Mirabai) को लेकर दिए गए विवादित बयान के लिए केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) ने गुरुवार रात माफी मांग ली. उन्होंने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए कहा, 'भारतीय भक्ति परंपरा में मां मीरा का स्थान भक्त शिरोमणि का है. उन्होंने कृष्ण भक्ति के जरिए पूरे देश में जनमानस के बीच भक्ति भाव का संचार किया है. मेरा जीवन बचपन से ही मीरा के आदर्शों से प्रेरित रहा है. मैं अपने कार्यक्रमों में लगातार उनके भजनों को गाता हूं. उनके व्यक्तितव से मुझे बहुत प्रेरणा मिली है. भक्तिभाव में मां मीरा साधना के शिखर पर वीराजमान हैं. उनके प्रति मेरे मन में अपार श्रद्धा और आस्था है. मैं सपने में भी मीरा का अपमान करने के बारे में नहीं सोच सकता हूं. अगर मेरे किन्ही शब्दों से मां मीरा के प्रति भक्ति व श्रद्धा भाव रखने वाले लोगों को किसी भी प्रकार से ठेस पहुंची है तो मैं इस पर खेद व्यक्त करते हुए माफी मांगता हूं.'

Advertisement

मीराबाई को लेकर मेघवाल ने क्या कहा था?

पिछले दिनों अर्जुन राम मेघवाल ने अपने एक भाषण में कहा, 'मीरा मेड़ता में जन्मीं और शादी चित्तौड़गढ़ में की. हम इतिहास में ऐसा पढ़ते हैं कि मीरा को उनके पति ने परेशान किया, ये सही नहीं है. मीरा के पति तो सिर्फ एक साल जिंदा रहे, फिर उनकी मृत्यु हो गई. इसके बाद उनके देवर राणा ने मीरा से कहा कि उनसे शादी कर लें. बस यहीं से झगड़ा शुरू हुआ. इतिहास में कई बार इन बातों का जिक्र होता है, लेकिन उसमें संशोधन भी हमें ही करना पड़ता है.'

Advertisement

मेघवाल के बयान से नाराज हुआ राजपूत समाज

अपने बयान में केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि विवाह के एक साल बाद भोजराज जी की मृत्यु हो गई थी और मीरा बाई का देवर उनसे विवाह करना चाहता था. इस टिप्पणी ने राजस्थान के तमाम राजपूत नेताओं और संगठनों को आहत कर दिया. उदयपुर में राजपूत समाज ने सड़कों पर उतरकर इसका विरोध किया और इस तरह की बयानबाजी के लिए मेघवाल से माफी मांगने के लिए कहा. एक राजपूत संगठन ने तो यह तक कह दिया कि मेघवाल को केवल शब्दों में नहीं, बल्कि मीराबाई के मेड़ता में बने मंदिर में जाकर नाक रगड़कर और दण्डवत होकर माफी मांगनी पड़ेगी.

Advertisement
पूर्व मंत्री खाचरियावास ने बोला था हमला

राजस्थान के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए कहा था, 'कानून मंत्री इतिहास को ठीक करने की बात कर रहे हैं. उन्हें अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए. अर्जुन राम मेघवाल को घमंड हो गया है. आप कौन हैं. आपको किसने अधिकार दिया. यह कई दिनों से केंद्रीय मंत्री की चमचागिरी में बाबा साहब का अपमान कर रहे हैं. अब मीराबाई का अपमान कर रहे हैं. उन्हें माफी मांगनी चाहिए. भक्त शिरोमणि मीरा के लिए ये बात कैसे कह सकते हैं. ऐसा नहीं किया तो आपको परिणााम भुगतने होंगे. जो मीरा भक्ति में लीन होकर भगवान कृष्ण की मूर्ति में समां गई थीं. केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम ने ऐसी भक्त शिरोमणि मीरा के लिए बहुत ही गलत शब्दों का प्रयोग किया. उन्होंने इस मामले में इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश किया. उन्हें माफी मांगनी होगी.

ये भी पढ़ें:- "मंत्रीजी आपको 2 भैंस खरीदनी पड़ेगी, फिर नजदीकी डेयरी पर दूध लाइए", कांग्रेस नेता ने क्यों कह दी ये बात?