Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर जिले के विधायक बहादुर सिंह कोली ने मंगलवार को विधानसभा में सरकारी मशीनरी पर सवाल उठाए है. उन्होंने शहर में नहरी विकास विभाग के चीफ इंजीनियर पर गंभीर आरोप लगाए हैं. विधायक कोली ने कहा कि वैर में प्रताप नहर के सौंदर्यकरण से जुड़ी तकनीकी स्वीकृति (TS) को तीन महीने से रोका गया है और इसके लिए नगर पालिका के लोग 5% कमीशन मांग रहे हैं.
5% कमीशन की मांग कर रहे हैं अधिकारी
विधायक बहादुर सिंह कोली ने विधानसभा में वैर मुख्यालय स्थित सफेद महल, प्रताप फुलवारी और प्रताप नहर के सौंदर्यकरण से जुड़ा सवाल पूछा था. उन्होंने सीधे तौर पर चीफ इंजीनियर पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे 5% कमीशन की मांग कर रहे हैं, जिसकी वजह से काम अटका हुआ है. विधायक ने कहा कि नगर पालिका के अधिकारी भी इस खेल में शामिल हैं और बिना कमीशन दिए तकनीकी स्वीकृति जारी नहीं कर रहे हैं.
डिप्टी सीएम ने जांच का दिया आश्वासन
विधायक के आरोपों के जवाब में उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने बताया कि प्रताप नहर के सौंदर्यीकरण के लिए डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) पुरातत्व विभाग और संग्रहालय के जरिए तैयार की गई थी. उन्होंने कहा कि परियोजना का काम 4 सितंबर 2025 को शुरू हो चुका है और इसे सितंबर 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है. इस परियोजना के तहत, वैर किला, सफेद महल, और प्रताप फुलवारी की मरम्मत और सौंदर्यीकरण का काम किया जाएगा। इसमें महल की टूटी पट्टियों और कमरों की मरम्मत, और महल के चौक का जीर्णोद्धार शामिल है. तकनीकी स्वीकृति (TS) में कमीशन मांगे जाने के विधायक के आरोपों पर, उपमुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि आरोपों की गहन जांच करवाई जाएगी और जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.