Rajasthan News: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) की ओर से आयोजित होने वाली ग्राम विकास अधिकारी (VDO) भर्ती परीक्षा की अंतिम तैयारियां जोरों पर हैं. यह परीक्षा 2 नवंबर को आयोजित की जाएगी. इस महत्वपूर्ण परीक्षा में 850 पदों के लिए करीब 5 लाख 40 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है, जिसका मतलब है कि 1 पद के लिए लगभग 635 उम्मीदवार प्रतिस्पर्धा में हैं. बोर्ड ने अभ्यर्थियों के हित में कई बड़े फैसले लिए हैं, जिनमें परीक्षा को एक ही पारी में आयोजित करना (Single Shift Exam) और ड्रेस कोड (Dress Code) पर विशेष निर्देश शामिल हैं. NDTV राजस्थान ने बोर्ड के चेयरमैन मेजर जनरल आलोक राज (Alok Raj) से खास बातचीत की है, जिसमें उन्होंने परीक्षा से जुड़ी तैयारियों और नवाचारों की जानकारी दी है.
मुख्य बदलाव और नवाचार
पहले यह परीक्षा दो पारियों में होनी थी, लेकिन अभ्यर्थियों की लगातार मांग थी कि नॉर्मलाइजेशन (Normalization) की प्रक्रिया से बचने के लिए इसे एक ही पारी में करवाया जाए. बोर्ड ने छात्रों के हित में फैसला लेते हुए इसे एक ही पारी में आयोजित करने का निर्णय लिया. चेयरमैन ने बताया कि इस बार एक बड़ा नवाचार यह किया गया है कि परीक्षा सुबह 11 बजे से शुरू की जा रही है. इसका उद्देश्य यह है कि दूर-दराज के इलाकों से आने वाले अभ्यर्थी समय पर परीक्षा केंद्र तक पहुंच सकें और उन्हें सुबह जल्दी आने की हड़बड़ी न हो.
परीक्षा केंद्र ढूंढना हुआ आसान
अभ्यर्थियों की यह शिकायत रहती थी कि उन्हें परीक्षा केंद्र ढूंढने में काफी मुश्किल होती है. इस समस्या को दूर करने के लिए बोर्ड ने एक नई सुविधा शुरू की है. अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र (Admit Card) के साथ एक विशेष बटन (या लिंक) दिया जाएगा. इसे क्लिक करके अभ्यर्थी अपने केंद्र की जानकारी ले सकेंगे. यह सुविधा अभी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 6 बड़े जिलों में शुरू की गई है. फिलहाल इसमें गूगल लोकेशन या मुख्य दरवाजे की फोटो अपलोड नहीं हो पाई है, लेकिन इसमें बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन से परीक्षा केंद्र तक कैसे पहुंचना है, इसकी दिशा और अन्य जरूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी.
'ड्रेस कोड की वजह से एग्जाम न छूटे'
बोर्ड चेयरमैन मेजर जनरल आलोक राज ने ड्रेस कोड को लेकर केंद्राधीक्षकों (Centre Superintendents) को बहुत ही स्पष्ट और कड़े निर्देश दिए हैं. सभी केंद्राधीक्षकों को यह स्पष्ट किया गया है कि वे अपने स्तर पर फैसला ले सकते हैं. कोई भी अभ्यर्थी ड्रेस कोड के कारण परीक्षा देने से वंचित नहीं रहे. उन्होंने बताया कि कर्मचारियों को उचित ट्रेनिंग दी गई है और अभ्यर्थियों से भी अपील की गई है कि वे परीक्षा से जुड़े सभी निर्देशों को अच्छे से पढ़कर आएं, ताकि अंतिम समय में कोई परेशानी न हो.
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