विधायक जी का रिपोर्ट कार्ड: जैसलमेर विधायक रूपाराम धंदेव के काम से कितने खुश हैं लोग? दिया ये जवाब

जैसलमेर विधानसभा से विधायक रूपाराम धंदेव, 2013 विधानसभा चुनाव दुर्भाग्य से चंद मतों से चुनाव हार गए थे बावजूद उसके वे अपने क्षेत्र में सक्रिय रहे. जिसका परिणाम यह रहा कि 2018 में जनता ने रिकॉर्ड मतों से जीताकर उन्हें विधानसभा भेजा.

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क्षेत्र में चुनावी अभियान के दौरान विधायक रूपाराम धंदेव का स्वागत करते लोग.

Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जोरो पर है. मतदाताओं को रिझाने के लिए नेताओं की ओर से तरह-तरह के वादे किए जा रहे हैं. इन वादों पर चुनाव जीतने के बाद चर्चा भले न हो लेकिन वे अभी बेहिसाब वादे किए जा रहे हैं. पिछली बार विधानसभा चुनाव में जीते प्रत्याशियों ने अपने कितने पुराने वादों को पूरा किया और कितना नया काम किया यह जानना बेहद जरूरी है, इसलिए NDTV राजस्थान ने शुरू की है एक खास सीरीज 'विधायक जी का रिपोर्ट कार्ड'.

इस सीरीज में एनडीटीवी की टीम विधायक से साथ-साथ स्थानीय लोगों से भी पिछले टर्म के दौरान हुए कामकाज पर सवाल-जवाब किया. आइए जानते हैं जैसलमेर विधानसभा सीट के विधायक रूपाराम धंदेव का रिपोर्ट कार्ड.  

जैसलमेर विधानसभा से विधायक रूपाराम धंदेव 2013 विधानसभा चुनाव दुर्भाग्य से चंद मतों से चुनाव हार गए थे. बावजूद वो अपने क्षेत्र में सक्रिय रहे. जिसका परिणाम यह रहा कि 2018 में जनता ने रिकॉर्ड मतों से जीताकर उन्हें विधानसभा भेजा. चुनावी माहौल में एनडीटीवी राजस्थान की टीम उनसे मिलने पहुंची तो वे चुनावी अभियान में ग्राउंड पर मिले.. संवाददाता ने उनसे विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की.

सवाल: 2018 विधानसभा चुनाव में किन मुद्दों पर जीते? 
जवाब: पिछला चुनाव में हमने इन 5 मुद्दों पर चुनाव लड़ा-

  • 1. शिक्षा
  • 2. चिकित्सा
  • 3. सुगम परिवहन
  • 4. पानी - बिजली आपूर्ति
  • 5. पर्यटन 

पिछली 14 सरकारों से दोगुना और तिगुना काम उनकी सरकार में हुआ. जैसलमेर में विषम परिस्थतियों के बावजूद कई विभागों में 70 साल की अपेक्षा में 7 और 8 गुना अधिक काम हुए जैसे- 

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  1.  70 साल में उच्च शिक्षा के लिए 2 कॉलेज थे, हमने 5 साल में 8 नए कॉलेज खुलवाए.
  2. 70 साल में 24 पंचायतें नई बनी थी मैंने विधायक रहते हुए 39 नई पंचायतें बनवाई.
  3. 1200 किलोमीटर के रोड भी नए बनवाए हैं. 
  4. विद्युत आपूर्ति के लिए 86 जीएसएस बनवाए.
  5. शिक्षा के क्षेत्र में नई व क्रमोन्त की गई स्कूलों की संख्या 310 है. वहीं भाजपा ने अपनी सरकार में 110 स्कूले बंद की थी, हमने दुबारा शुरू करवाया.
  6. जहां 10 दिन में पानी नहीं आता था वहां अब 2 से 3 दिन में पानी भी पहुंच रहा है.
  7. पर्यटन के क्षेत्र में सैकड़ों बेरोजगार गाइड्स को लाइसेंस दिलवाए.
  8. सम सेंड ड्यूंस रोड को फोर लेन करने का काम चल रहा है.

    सवाल: अपने किये कार्यों पर आप खुद को कितना रेटिंग देंगे?
    जवाब: अपने रिपोर्ट कार्ड में स्वयं को 10 में से 11 दूंगा, लेकिन जनता पर छोड़ता हूं कि वह कितना अंक देती है. 

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    विधायक जी के दावे कितने पुख्ता हैं और जनता उनके कार्यकाल को किस तरह आंकती है यह जानने के लिए एनडीटीवी राजस्थान के संवाददाता श्रीकांत ने सुनहरे शहर गोल्ड़नसिटी में लोगों से बात की. श्रीकांत बताते हैं, सबसे पहले हमने प्रभु टी स्टॉल पर चाय पर चर्चा करते हुए लोगों की राय जानने का प्रयास किया. जहां जैसलमेर के कुछ लोगों ने अपना दर्द बयां किया तो किसी ने उनके अच्छे कामों के लिए सराहा.

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    उन्होंने कहा कि विधायक ने कोई काम नहीं किया है, हॉस्पिटल में मशीनरी नही है, जंहा मशीनरी है वहां डॉक्टर नहीं है. पिछले पांच साल में विधायक महोदय एक नेत्र विशेषज्ञ तक नहीं ला पाए हैं. कॉलेज स्कूल खुले लेकिन शिक्षकों और व्याख्याताओं के पद रिक्त है.

    वहीं कुछ लोगों ने उनके पांच सालों के कामों का आंकलन करते हुए कहा कि मैं भाजपा का समर्थक जरूर हूं लेकिन व्यक्तिगत रूप से विधायक रूपाराम के कामों से खुश हूं. खासकर 30 हजार बीघा ओरण और गोचर भूमि को राजस्व में दर्जन करवाकर उन्होंने बड़ा काम किया है, जिसके लिए कई वर्षों से केवल प्रयास हो रहे थे.

    लोगों की राय जानने के लिए हम जा पहुंचे पर्यटन स्थल पटवा हवेली के पास परशुराम चौक में जहां लोग विधायक के काम से खुश नजर आए लेकिन उन्होंने शहर में विकास की गति को धीमा बताया और कहा कि जैसलमेर विधायक ने ग्रामीण क्षेत्रों में उम्मीद से ज्यादा काम किए है. 

    शिक्षा, चिकित्सा में हुए इम्प्रूवमेंट से भी हम खुश है. लेकिन शहर के हालात खराब हैं, सडकें टूटी हुई हैं, नालियां सही ढंग से नहीं बन पाई, सीवरेज के हाल बदहाल हैं, सफाई व्यवस्था नग्णय हैं. कुछ लोगों ने कहा शहर में विकास नहीं होने का कारण राजनीति है. 

    जनता ने विधायक को  अलग-अलग पैरा मीटर पर 10 में से 7 अंक दिए. शहरी लोगों की शिकायत है कि ग्रामीण इलाकों में खूब विकास हुआ लेकिन शहर में काफी कमियां है. 

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