Jodhpur Rain: सड़कें टूटीं, घरों में घूसा पानी... खेत-खलिहान सब डूबे, मूसलाधार बारिश से जोधपुर में बाढ़ जैसे हालात

बारिश की वजह से गांव लाखड़थुम्ब का उसके आस-पास के गावों से सम्पर्क टूट गया है. इसके साथ ही गांव को जोड़ने वाली सड़क भी टूट गई है. जिसकी वजह से गांव के लोग अपना सामान रस्से के सहारे नदी के बीच से बाहर निकाल रहे है

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जोधपुर में बारिश

Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर जिले में पिछले हफ्ते हुई भारी बारिश के बाद कई गांवों में पानी भर गया है. पानी की वजह से सड़कें टूट गई हैं और बहुत सारी जगहों पर लोग अभी भी पानी के बीच फंसे हुए हैं. बारिश के बाद पानी के निकलने की सही व्यवस्था नहीं होने से लोगों को बहुत परेशानी उठानी पड़ रही है. सभी लोग अब प्रशासन की मदद का इंतजार कर रहे हैं.

नदी के बीच से रस्से के सहारे निकाल रहे सामान   

इलाके में बारिश के बाद एक वीडियो सामने आया है, जिसमें लोग पानी के बीच से अपनी जरूरत का सामान रस्से के सहारे ले जाते दिख रहे हैं. सामने आया वीडियो लूणी नदी के का है. गांव लाखड़थुम्ब में  नदी का पानी आने से उनका आस-पास के गावों से सम्पर्क टूट गया है. इसके साथ ही गांव को जोड़ने वाली सड़क भी टूट गई है. जिसकी वजह से गांव के लोग अपना सामान रस्से के सहारे नदी के बीच से बाहर निकाल रहे है.

20 किलोमीटर के इलाके में भरा पानी 

दूसरा वीडियो जो सामने आया है. वह ओसिया के पास पांचला खुर्द का है. इस इलाके में बारिश के बाद  आसपास के करीब 20 किलोमीटर के क्षेत्र में पानी भर गया है. जिसकी वजह से कई लोग पानी के बीच में फंसे गए हैं और जिला प्रशासन से मदद मांग रहे है. हालांकि ग्रामीण अपने स्तर पर उस इलाके से पानी निकालने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन वीडियो में दिखाई दे रहा है. इलाके में भारी बारिश के बाद लोगों की क्या हालत बहुत खराब हो गई है.

 जान जोखिम में डालकर पटरियों से निकाल रहे बाइक 

एक और वीडियो सामने आया है जिसमें लोग रेलवे के अंडरपास में पानी भरा होने की वजह से रेलवे की   पटरियों पर पत्थर रखकर अपने वाहनों को निकालते दिखाई दे रहे हैं. यह वीडियो फलोदी के जांबा गांव के पास का है. वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है की लोग किस तरह अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हैं.

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भारी बारिश के कारण अन्डर पास भर गया जिससे लोग पटरियों पर पत्थर रख कर बाइक निकाल रहे है

यदि गलती से रेलवे पटरी पर पत्थर रह जाए तो रेलवे से यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों की भी जान जोखिम में पड़ सकती है. बरसात के कारण से कई मवेशी अभी भी पानी में फंसे हुए हैं और लोग भी अपने मवेशियों को छोड़ना जाना नहीं चाहते हैं. इसी वजह से पिछले दिनों लूनी नदी में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए प्रशासन को बहुत मेहनत करनी थी. लेकिन उसके बावजूद भी दो लोग अपने मनवेशियों को छोड़कर नदी से से बाहर नहीं निकले.

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