Vinesh Phogat News: पेरिस ओलंपिक (Paris Olympic 2024) से लौटने के बाद दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर महिला पहलवान विनेश फोगाट का भव्य स्वागत किया गया. विनेश इस बार पेरिस ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने के बाद 50 किलो भार वर्ग में 100 ग्राम अधिक वजह होने के कारण अयोग्य घोषित कर दी गई थीं. इसके बाद फोगाट ने सीएएस में अपील करते हुए साझा रूप से सिल्वर मेडल की मांग की थी. हालांकि, सीएएस ने उनकी अपील को खारिज कर दिया था.
12 घंटे में दिल्ली से बलाली पहुंची फोगाट
शनिवार को पेरिस से लौटने के बाद दिल्ली से बलाली जाते रास्ते में पंचायतों ने फोगाट (Vinesh Phogat) का सम्मान किया. दिल्ली से बलाली तक 135 किमी की दूरी तय करने में फोगाट को करीब 12 घंटे लग गए. इसके बाद गांव बलाली पहुंचने पर भव्य स्वागत के साथ विनेश फोगाट को बुजुर्गों ने स्वर्ण पदक से सम्मानित किया. शानदार स्वागत पर विनेश फोगाट ने कहा कि तो क्या हुआ अगर उन्होंने मुझे स्वर्ण पदक नहीं दिया, लेकिन यहां के लोगों ने मुझे दिया है. मुझे जो प्यार और सम्मान मिला है, वह 1000 ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने से भी ज्यादा है.
अयोग्य घोषित किए जाने के बाद क्या कहा?
दिग्गज महिला पहलवान ने आगे कहा कि यह उनके लिए बहुत गर्व की बात होगी, यदि वह अपने गांव बलाली की महिला पहलवानों को प्रशिक्षित कर सकें और वे उनसे अधिक सफल हों. विनेश ने अयोग्य ठहराए जाने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में शनिवार को कहा कि उन्हें लगता है कि विभिन्न परिस्थितियों में वह 2032 तक खेल सकती हैं, क्योंकि उनमें अभी काफी कुश्ती बची है, लेकिन अभी वह अपने भविष्य को लेकर अनिश्चित है, क्योंकि हो सकता है कि चीजें पहले की तरह न हों.
राष्ट्रमंडल खेल में 2 बार जीता गोल्ड
पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल में अयोग्य घोषित किए जाने के बाद विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान किया था. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फोगाट ने भावनात्मक पोस्ट में अपने बचपन के सपने और अपने पिता को खोने के बाद की मुश्किलों के बारे में बताया. उन्होंने अपनी इस असाधारण यात्रा में लोगों के योगदान को भी याद किया. विनेश फोगाट ने दो बार (2014 और 2018) राष्ट्रमंडल खेल में स्वर्ण पदक जीता है. इसके अलावा फोगाट ने आठ एशियाई चैंपियनशिप पदक जीते हैं.
यह भी पढे़ं- भारत के वो 7 पहलवान, जिन्होंने कुश्ती में दिलाए 8 ओलंपिक मेडल; करना पड़ा था 56 साल का इंतजार