Rajasthan: मेवाड़ पूर्व राजघराने के सदस्य महेंद्र सिंह के निधन के बाद सोमवार को विश्वराज सिंह मेवाड़ का खून से राजतिलक किया गया है. चित्तौड़गढ़ किले के फतह प्रकाश महल में गद्दी पर बैठाने की परंपरा निभाई गई. दस्तूर कार्यक्रम के बाद परंपरा के अनुसार, विश्वराज सिंह को उदयपुर सिटी पैलेस और एकलिंगजी मंदिर में दर्शन को जाना था. हालांकि, उदयपुर सिटी पैलेस के बाहर भारी संख्या में पुलिस की मौजूदगी और बैरकेड्स के चलते विश्वराज सिंह मेवाड़ को प्रवेश की अनुमति नहीं मिली.
पुलिस और विश्वराज के समर्थकों के बीच धक्कामुक्की
विश्वराज सिंह मेवाड़ के समर्थक उदयपुर सिटी पैलेस में धूणी दर्शन के लिए प्रवेश करने की जिद पर अड़े रहे. इस दौरान जबरदस्त तरीके से पुलिस और विश्वराज सिंह के समर्थकों के बीच धक्का मुक्की देखने को मिली. गुस्साए समर्थकों ने जीप से बैरिकेड्स को हटाने की कोशिश भी.
इस दौरान आईजी राजेश मीणा ने स्थिति को संभालने के लिए लाउड स्पीकर के माध्यम से लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते नजर आए. जब देर रात तक विश्वराज सिंह मेवाड़ को उदयपुर सिटी पैलेस में धूणी दर्शन की अनुमति नहीं मिली तो वह सिटी पैलेस की बड़ी पोल से 50 मीटर की दूरी पर अपने समर्थकों के साथ सड़क बैठ गए. इस दौरान वह समर्थकों के साथ चाय पीते नजर आए.
कलेक्टर बोले- एकदम नहीं सुलझ सकता मुद्दा
इससे पहले उदयपुर कलेक्टर अरविंद पोसवाल भी विश्वराज सिंह मेवाड़ से मिलने पहुंचे और बंद गाड़ी में काफी देर तक बातचीत करते रहे. गाड़ी से बाहर निकलने के बाद कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने कहा कि कई वर्षों से विवाद चल रहा है जो कि आसानी से और एक दम सुलझ नहीं सकता है, इसलिए सभी को शांति व्यवस्था बनाए रखनी पड़ेगी.
उदयपुर सिटी पैलेस के बाहर विवाद क्यों?
बता दें कि जिस सिटी पैलेस में विश्वराज सिंह को धूणी दर्शन करना था. वह ट्रस्ट के हिस्से में है और उस ट्रस्ट के संचालक विश्वराज सिंह के चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ हैं. उदयपुर सिटी पैलेस के अलावा एकलिंगजी मंदिर भी ट्रस्ट का हिस्सा है.
मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार का विवाद: जब बेटे ने पिता पर कर दिया केस! जानिए क्या है 40 साल पुराना मामला
राजतिलक की रस्म के बाद विश्वराज सिंह मेवाड़ के कार्यक्रम को देखते हुए रविवार को दोनों ट्रस्टों की तरफ से कहा गया कि विश्वराज सिंह मेवाड़ कानून व्यवस्था भंग कर 25 नवंबर को निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिए मंदिर और सिटी पैलेस में प्रवेश करने की कुचेष्टा कर रहे हैं. कहा गया कि आज (25 नवंबर) केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही प्रवेश दिया जाएगा, अधिकृत व्यक्ति ही मंदिर में दर्शन कर पाएंगे. रैली, हंगामा या नारेबाजी करते हुए कोई प्रवेश करता है, तो उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
यह भी पढ़ें-
उदयपुर सिटी पैलेस के बाहर हंगामा, गुस्से में विश्वराज सिंह मेवाड़ के समर्थक; बैरिकेड तोड़ने की कोशिश
विश्वराज सिंह मेवाड़ ने सिटी पैलेस विवाद पर दी अपनी प्रतिक्रिया, कहा- जो हो रहा सही नहीं हो रहा