Vishvaraj Singh Mewar News: राजतिलक की रस्म के बाद सोमवार को विश्वराज सिंह मेवाड़ (Vishvaraj Singh Mewar) जब धूणी दर्शन के लिए उदयपुर सिटी पैलेस (Udaipur City Palace) पहुंचे तो उनके चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ (Arvind Singh Mewar) ने उन्हें रोक दिया. इस पर विवाद शुरू हो गया और कुछ ही समय में हिंसक रूप ले लिया. सिटी पैलेस के अंदर से पत्थरबाजी शुरू हो गई, जिसमें कई लोग घायल हो गए. जिला प्रशासन ने जनाना महल से धूणी माता जाने वाले रास्ते को सीज कर दिया. सिटी पैलेस के गेट पर रिसीवर नियुक्ति का नया ऑर्डर चस्पा कर दिया.
विश्वराज सिंंह ने समर्थकों से की अपील
तब महाराणा प्रताप के वंशज विश्वराज सिंह मेवाड़ ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ''प्रशासन 26 नवंबर की सुबह कार्रवाई करेगा. इस कार्रवाई को हमें देखना है. दर्शन के लिए प्रशासन ने आश्वस्त किया है. इसीलिए आप सभी से अपील है कि कोई भी कानून अपने हाथ में ना ले. हम विरोध शांतिपूर्वक करेंगे. पत्थरबाजी करने वालों पर एफआईआर दर्ज होगी.' इसके बाद विश्वराज सिंह और उनके समर्थक चले गए.
विश्वराज सिंह मेवाड़ धूणी के दर्शन करना चाहते थे
चित्तौड़गढ़ में राजतिलक की रस्म के बाद विश्वराज सिंह मेवाड़ सिटी पैलेस में स्थित धूणी के दर्शन करना चाहते थे, लेकिन उनके चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ ने सिटी पैलेस के गेट बंद कर दिए. व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन से भी मदद मांगी थी. पुलिस-प्रशासन ने विवाद को रोकने के लिए रास्ते में जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी थी, लेकिन विश्वराज और उनके समर्थक बैरिकेडिंग हटाते हुए सिटी पैलेस तक पहुंच गए थे.
सिटी पैलेस और एकलिंग मंदिर ट्रस्ट के हिस्से में है
सिटी पैलेस और एकलिंग मंदिर ट्रस्ट के हिस्से में है. मंदिर एकलिंगजी ट्रस्ट के अंतर्गत है, और सिटी पैलेस महाराणा और मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन की संपत्ति है. दोनों ट्रस्ट के संचालक विश्वराज सिंह मेवाड़ के चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ हैं. अरविंद सिंह मेवाड़ खुद को महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल ट्रस्ट फाउंडेशन और मंदिर एकलिंगजी ट्रस्ट के चेयरमैन बताते हैं.
चित्तौड़गढ़ में विश्वराज सिंंह का राजतिलक की हुई रस्म
विश्वराज सिंह मेवाड़ को चित्तौड़गढ़ में मेवाड़ की गद्दी पर बैठाने की रस्म हुई. चित्तौड़गढ़ किले के फतह प्रकाश महल में 25 नवंबर को खून से राजतिलक की रस्म हुई. राजतिलक की रस्म के बाद पंरपरा निभाने के लिए विश्वराज सिंह मेवाड़ और उनके समर्थक सिटी पैलेस में धूणी और एकलिंगजी मंदिर में दर्शन करना चाहते थे. सिटी पैलेस में अनुमति नहीं मिलने के बाद वह धूणी दर्शन करने की मांग पड़ अडे़ थे.
सिटी पैलेस में अनुमति नहीं मिलने पर विश्वराज सिंह मेवाड़ के समर्थकों ने पुलिस का घेरा तोड़ दिया था. सिटी पैलेस के गेट पर पहुंच गए. इस दौरान सिटी पैलेस के अंदर से पत्थर बरसने शुरू हो गए. इससे विवाद हिंसक हो गया.
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