Rajasthan Mewar Royal Family: राजतिलक के बाद मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार विश्वराज सिंह मेवाड़ के सिटी पैलेस में धूणी दर्शन करने को लेकर विवाद और गहरा गया है. उदयपुर में सिटी पैलेस के बाहर लगे बैरिकेड्स को समर्थकों ने हटा दिया गया है और कई गाड़ी अंदर घुस गई. उधर बाहर चित्तौड़गढ़ दुर्ग के प्रकाश महल में राजतिलक के बाद उदयपुर पहुंचे विश्वराज सिंह मेवाड़ चर्चा कर रहे हैं कि आगे क्या कदम उठाया जाए.
आईजी ने शांति बनाए रखने की अपील की
सिटी पैलेस के बड़ी पोल गेट से पहले जगदीश चौक पर ही पुलिस ने विश्वराज सिंह मेवाड़ और उनके समर्थकों को रोक हुआ है. अभी बात सामने आई है कि पांच लोगों का प्रतिनिधिमंडल पैलेस के प्रबंधन से बातचीत करने के लिए पहुंचा. उदयपुर आईजी राजेश मीणा ने स्थिति को संभालने के लिए लाउड स्पीकर के माध्यम से अपील की कि वार्ता का दौर चल रहा है. कोई रास्ता निकाला जा रहा है तब तक स्थिति को ना बिगाड़े. उधर उदयपुर कलेक्टर अरविंद पोसवाल भी विश्वराज सिंह मेवाड़ से मिलने पहुंचे थे.
अरविंद सिंह मेवाड़ हैं दोनों ट्रस्ट के संचालक
दरअसल, सिटी पैलेस और एकलिंग मंदिर ट्रस्ट के हिस्से में है. मंदिर एकलिंगजी ट्रस्ट के अंतर्गत है और सिटी पैलेस महाराणा और मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन की संपत्ति है. दोनों ट्रस्ट के संचालक विश्वराज सिंह मेवाड़ के चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ हैं. अरविंद सिंह मेवाड़ को इसका जिम्मा उनके पिता की वसीयत के आधार पर मिला है.
राजतिलक की रस्म के बाद विश्वराज सिंह मेवाड़ के कार्यक्रम को देखते हुए रविवार को दोनों ट्रस्टों की तरफ से कहा गया कि विश्वराज सिंह मेवाड़ कानून व्यवस्था भंग कर 25 नवंबर को निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिए मंदिर और सिटी पैलेस में प्रवेश करने की कुचेष्टा कर रहे हैं. कहा गया कि आज (25 नवंबर) केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही प्रवेश दिया जाएगा, अधिकृत व्यक्ति ही मंदिर में दर्शन कर पाएंगे. रैली, हंगामा या नारेबाजी करते हुए कोई प्रवेश करता है, तो उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
एकलिंग मंदिर के बाहर भी पुलिस तैनात
विश्वराज सिंह मेवाड़ के उदयपुर सिटी पैलेस में धूणी दर्शन के अलावा एकलिंगनाथ मंदिर जाने का भी कार्यक्रम है. इसी को देखते हुए एकलिंग मंदिर के बाहर भी भारी संख्या में पुलिस तैनात की गई है. एकलिंगनाथ जी को मेवाड़ का राजा माना जाता है. एकलिंगनाथ जी के दीवान के रूप में महाराणाओं ने अपने कार्य का निर्वहन किया. इसी परंपरा का निर्वहन करने के लिए विश्वराज सिंह मेवाड़ एकलिंगजी मंदिर का दर्शन करेंगे.
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