राजस्थान के इन 10 बूथों पर नहीं हुआ मतदान, समझाने पहुंचे विधायक से ग्रामीणों ने पूछा- 'अबतक कहां थे'

राजस्थान में पहले चरण के मतदान के दौरान झुंझुनूं जिले के 10 बूथों पर लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया. मतदाता को समझाने के लिए अधिकारी भी गए लेकिन वह अपनी मांग पर अड़े रहें. 

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ग्रामीणों को मतदान के लिए समझाइश करने के दौरान की तस्वीर

Rajasthan Voting Boycott News: राजस्थान में आज लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान हो रहा है. प्रदेश की 12 सीटों पर हो रहे मतादान में जहां प्रदेशभर में लोग उत्साहित होकर मतदान कर रहे हैं. वहीं कुछ ऐसी भी जगहे हैं जहां पर लोग मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं. ऐसी ही खबर झुंझुनूं जिले से सामने निकलकर आई हैं. जहां पिलानी के समीप हमीनपुर समेत सात गांवों मतदाताओं ने 10 बूथों पर मतदान का बहिष्कार कर दिया है. मतदाताओं के समझाइश करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी हमीनपुर गांव पहुंचे. लेकिन उनके बात का लोगों पर कोई असर नहीं पड़ा और ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहें.

विधायक को सुनाई खरी खोटी

जब अधिकारी समझाइश कर रहे थे. उसी वक्त वार्ता में पिलानी विधायक पितराम काला पहुंच गए. जिसके बाद अधिकारी तो चले गए. लेकिन पिलानी विधायक पितराम काला ने समझाइश की कोशिश की. यहां पर ग्रामीणों ने पिलानी विधायक को खरी खोटी सुनाई और कहा कि अब तक आप कहां थे.

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क्या है ग्रामीणों की मांग

ग्रामीणों ने बताया कि आज पांच—छह बार अधिकारी आ चुके हैं. लेकिन हमें यमुना जल चाहिए या फिर बारिश का पानी इकट्ठा करने के लिए कुंड की स्वीकृति चाहिए. जब तक मांग नहीं मानी जाएगी. वोट नहीं डाले जाएंगे. इधर ग्रामीणों ने बताया कि गांव के वे लोग, जो बाहर रहते हैं. उन्होंने भी गांव के आंदोलन के समर्थन में अपनी जगहों पर मतदान का बहिष्कार कर रखा है.

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इन अधिकोरियों ने की समझाइश

चुनावों के लिए पिलानी और सूरजगढ़ विधानसभा के प्रभारी सीनियर आरएएस अम्बालाल मीणा, सूरजगढ़ एसडीएम दयानंद रूयल और पिलानी बीडीओ सुनिल ढाका समेत अन्य अधिकारी पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता की. लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे.

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