Rajasthan Politics: राजस्थान में सभी 25 लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है. वहीं पार्टी और प्रत्याशी अब नतीजों का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन राजस्थान की सियासत में चुनाव संपन्न होने के बाद भी उबाल मचा हुआ है. इस बार लोकसभा चुनाव में अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पर एक के बाद एक निशाना साधा जा रहा है. जहां एक ओर उनके पुराने OSD लोकेश शर्मा ने अहम खुलासे कर उन्हें कटघरे में खड़ा कर दिया है. तो वहीं अब बारमेड़-जैसलमेर (Barmer-Jaisalmer Lok Sabha Seat) सीट पर रविंद्र भाटी (Ravindra Singh Bhati) के सपोर्ट के तार अशोक गहलोत से जुड़ते हुए नजर आ रहे हैं. ऐसे में इसे अशोक गहलोत का खेल कहा जा रहा है. यही नहीं अब कांग्रेस के अंदर ही उन्हें निष्कासित करने की मांग की जा रही है.
दरअसल, जिला कलेक्टर द्वारा इंडियन एयर फोर्स अथॉरिटी से दो गाड़ियों की अनुमति का एक लेटर बाड़मेर जैसलमेर की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है. जिला कलेक्टर ने इस लेटर के जरिए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाड़मेर एयर फोर्स स्टेशन पर आने के दौरान गाड़ियां अंदर भेजने की अनुमति मांगी थी. जिसका लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिला कलेक्टर ने जिन गाड़ियों की अनुमति मांगी थी, उनको लेकर दावा किया जा रहा है कि यह गाड़ियां बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रविंद्र सिंह भाटी के काफिले में शामिल थी. ऐसे में कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के काफिले में शामिल गाड़ियों की अनुमति बाड़मेर ही नहीं प्रदेश की राजनीति में बड़ी चर्चाओं का विषय बना हुआ है.
लेटर का क्या है मामला
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जालोर में चुनावी सभा में शामिल होने का कार्यक्रम था. जिसके चलते उन्होंने जालोर के भीनमाल के पास हेलीकॉप्टर लैंडिंग की अनुमति मांगी थी. लेकिन उसी दिन भीनमाल में पीएम मोदी की जनसभा थी ऐसे में उस इलाके को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री को बाड़मेर के उतरलाई एयरफोर्स स्टेशन पर लैंडिंग करने को कहा गया था. वहीं,
हालांकि, इसमें अशोक गहलोत की ओर से किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई है. लेकिन कांग्रेस के अंदर ही उनका विरोध शुरू हो गया है. जबकि बीजेपी ने भी तंज कसा है.
अशोक गहलोत को निष्कासित करने की मांग
लेटर और फोटो वायरल होने के बाद लगातार कांग्रेस के नेता ही अशोक गहलोत पर सवाल खड़े कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि पार्टी के खिलाफ काम करने पर डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है, तो फिर अशोक गहलोत के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है.
भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी का तंज
इस मामले को लेकर बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर तंज कसते हुए कहा जो लोग निर्दलीय प्रत्याशी को भाजपा की "बी"टीम बढ़कर लोगों को गुमराह कर रहे थे असल में वह कांग्रेस की ही "ए" टीम निकली.
साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने भी एक पर पोस्ट लिखकर राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कहा कि यदि सोशल मीडिया पर चल रही यह खबरें सही है तो पूर्व मुख्यमंत्री को तुरंत पार्टी से निष्कासित करना चाहिए. यूथ कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष चेतन मेघवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है. साथ ही बाड़मेर यूथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि जिस कांग्रेस पार्टी ने अशोक गहलोत को तीन बार प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया, उसे व्यक्ति ने किस तरह से थर की राजनीति में एक किसान नेता को कुचलना के लिए निर्दलीय प्रत्याशी का साथ दिया इस पर पार्टी को संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करनी चाहिए.
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