Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा में अनुदान मांगो पर चर्चा के बाद जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने जवाब देते हुए कहा कि ERCP योजना पर कांग्रेस केवल जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है. राजस्थान में जल्द ERCP का शिलान्यास जल्द होगा इस योजना के प्रथम फेज का लोकार्पण भी हम ही करेंगे. सुरेश सिंह रावत ने कहा गहलोत सरकार के समय इस योजना में 10, हजार करोड़ के टेंडर करने की जो बात है वो सही है. लेकिन गहलोत सरकार की मंशा सही नहीं थी.
पिछले सरकार के शासनकाल में 4 साल कांग्रेस आपस में लड़ती रही. कभी मानेसर कभी जैसलमेर सियासी बड़े बंदी में सरकार व्यस्त रही आखिरी साल में जब चुनाव सर पर था, तब जादूगर के पिटारे में से जादू की छड़ी निकाली गई और ERCP पर सियासत शुरू की गई.
कांग्रेस की मंशा अगर सही होती तो सही समय पर टेंडर जारी किए जाते और काम शुरू हो पाता लेकिन ये भाजपा की मंशा थी सही नियति थी. सरकार बनते ही मुख्यमंत्री भजनलाल ने पहला काम मध्य प्रदेश की सरकार के साथ MOU का किया है.
आखिरी चरणों में संशोधित PKC योजना की DPR
रावत ने कहा कि राजस्थान सरकार मध्य प्रदेश और केंद्र के बीच 28 जनवरी को MOU किया गया था. अब संशोधित PKC योजना की DPR आखिरी चरणों में है, इसे पूरा कर लिया जाएगा. जो MOU हुआ है उसमें भारत सरकार से निर्धारित अनुदान के तहत DPR बनाने का काम हुआ है. इसकी कॉपी सुप्रीम कोर्ट में दाखिल है. राजस्थान और मध्य प्रदेश डीपीआर बनाकर जल्द ही केंद्रीय जन बोर्ड को सबमिट कर देंगे.
सुरेश सिंह रावत ने कहा कि ERCP का सपना सबसे पहले अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में देखा गया था. वसुंधरा राजे ने इस योजना को आगे बढ़ाने की हर संभव कोशिश की थी. दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से उनकी सरकार रिपीट नहीं हो पाई. लेकिन कांग्रेस ने इस मुद्दे पर केवल राजनीति की है. कभी भी कांग्रेस की मंशा ERCP को लाने की नहीं रही. पिछली गहलोत सरकार में इस योजना केवल दिखावे के लिए टेंडर निकाले गए सही समय पर टेंडर निकाले जाते तो योजना आगे बढ़ती.
लेकिन हमने जनता से वादा किया था राजस्थान में शपथ लेते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस योजना पर इच्छाशक्ति दिखाई है. मुख्यमंत्री जानते हैं ERCP पूर्वी राजस्थान के लिए कितनी महत्वपूर्ण है. इसलिए सरकार बनते ही मध्य प्रदेश सरकार के साथ MOU किया गया लेकिन कांग्रेस अब MOU को लेकर भी भ्रम फैलाने का काम कर रही है.
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