Weather today in Rajasthan: राजस्थान में मई माह खत्म होते ही तीखी धूप का सिलसिला शुरू हो गया है. जिसके चलते जून के पहले सप्ताह में ही लोगों को सूर्यदेव की तल्खी का सामना करना पड़ रहा है. तापमान में अचानक हुई बढ़ोतरी ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. रविवार को राजस्थान का अधिकतम तापमान 47 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया. प्रदेश के अधिकांश जिलों में अचानक बढ़ी गर्मी के चलते फिर से लू जैसे हालात बन रहे हैं. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में पारे में और बढ़ोतरी होने की संभावना है.
कई जिलों में बना रहा लू का असर
मौसम विभाग की ओर से जारी दैनिक डेटा रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को राजस्थान में कहीं भी तूफान या बारिश की गतिविधि दर्ज नहीं की गई. इसके अलावा पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में लू का असर रहा. तापमान की बात करें तो राज्य में सबसे अधिक अधिकतम तापमान श्रीगंगानगर में 47.4 डिग्री, बीकानेर में 46 डिग्री और चूरू में 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि सबसे कम तापमान माउंट आबू में 19.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दर्ज किए गए प्रेक्षणों के अनुसार, राज्य के अधिकांश हिस्सों में हवा में नमी की औसत मात्रा 10 से 30 प्रतिशत के बीच दर्ज की गई.
मुख्य जिलों का अधिकतम तापमान ये रहा
मौसम विभाग की फोरकास्ट रिपोर्ट के अनुसार रविवार को अजमेर में 41.7 डिग्री, अलवर 43.4 डिग्री, जयपुर में 43.5 डिग्री, सीकर में 42.0 डिग्री, कोटा में 45.0 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 44.2 डिग्री, बाड़मेर में 45.9 डिग्री, जैसलमेर में 45.2 डिग्री, जोधपुर में 43.4 डिग्री, बीकानेर में 46.0 डिग्री, चूरू में 45.6 डिग्री और श्री गंगानगर में 47.4 डिग्री और माउंट आबू में 31.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया.
9-11 जून से भीषण लू चलने की आशंका
अगले एक सप्ताह तक राज्य के अधिकांश भागों में मौसम शुष्क रहेगा. इसके साथ ही 8-11 जून को उत्तर-पश्चिमी भागों में अधिकतम तापमान 45-47 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है. इसके अलावा लू/भीषण लू चलने की प्रबल संभावना है. इसके साथ ही 9 से 10 जून तक उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में तेज धूल भरी हवाएं (30-40 किलोमीटर प्रति घंटे) चलने की भी संभावना है.
जून के चौथे सप्ताह में प्रवेश कर सकता है मानसून
मौसम विभाग के अनुसार, जून के दूसरे सप्ताह में पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म हो जाएगा. इस सप्ताह तापमान में बढ़ोतरी होने से लोगों को गर्मी का अहसास होगा. इसके बाद तीसरे सप्ताह में मानसून पूर्व की बारिश हो सकती है. चौथे सप्ताह में बंगाल की खाड़ी में एक मानसूनी तंत्र एक्टिव होगा. इसके पूर्व से पश्चिमी की तरफ बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल रहती है तो इस चौथे सप्ताह में राजस्थान में मानसून के प्रवेश की भी संभावना रहेगी.
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