Rajasthan Politics: लोकसभा चुनाव 2024 में राजस्थान की सियासत काफी बदल गई है. यहां दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 13 सीटों पर मतदान होना है. वहीं पहले चरण में कम वोटिंग होने से सभी पार्टियों में दूसरे चरण में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए ताकत झोंक रही हैं. वहीं इस बीच राजस्थान के डूंगरपुर-बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर सभी की नजर है. इस सीट पर बीजेपी की ओर से कांग्रेस से आए महेंद्रजीत सिंह मालवीय मैदान में है. वहीं उनके सामने कांग्रेस समर्थित BAP के राजकुमार रोत की चुनौती है.
डूंगरपुर-बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर सियासत बदली-बदली नजर आ रही है. 26 अप्रैल को चुनाव है और महेंद्रजीत सिंह मालवीय के रोड शो में लोगों की भीड़ नहीं दिखी. हालांकि, इसके लिए बीजेपी ओर से अलग-अलग बहाने बताए जा रहे हैं. लेकिन माजरा कुछ और ही है. एक दिन पहले ही पीएम मोदी ने महेंद्रजीत सिंह के लिए वोट अपील की थी. इसके बाद रोड शो में लोगों की भीड़ नहीं जुटना कई सवाल खड़े करते हैं.
रोड शो में नहीं जुटी भीड़
सोमवार शाम के समय बांसवाड़ा लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी महेंद्रजीत सिंह मालवीया ने रोड शो किया. लेकिन इसमें लोगो की भीड़ नहीं जुटी. रोड शो में भाजपा के कई नेता ही नहीं आए. इस दौरान मालवीया ने जनसंपर्क कर वोट मांगे. वही कार्यकर्ता सम्मेलन में लोगो को भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील की गई.
रोड शो में महेंद्रजीत सिंह मालवीय के साथ संयोजक दिनेश भट्ट, जिलाध्यक्ष हरीश पाटीदार समेत कई भाजपा नेता थे. शहर के नया बस स्टैंड से मालवीया के साथ भाजपा नेता पदयात्रा करते हुए रोड शो करने निकले. इस दौरान मालवीया ने व्यापारियों और लोगो से मुलाकात करते हुए वोट करने की अपील की.
महेंद्रजीत सिंह ने किया जीत का दावा
वहीं रोड शो आमजन नहीं जुड़ा. भाजपा के कार्यकर्ताओं के अलावा लोगों की भीड़ नजर नहीं आई. रोड शो शहर के पुराना अस्पताल के पास आकर खत्म हो गया. रोड शो में लोगो की कम भीड़ के सवाल पर मालवीया ने कहा की उन्होंने पैदल चलकर सभी लोगों से मुलाकात की है और अच्छा सहयोग मिला है. गठबंधन को लेकर मालवीया ने कहा की भले की कांग्रेस और बीएपी में गठबंध हो गया है. लेकिन कांग्रेस का कोई नेता उनके साथ नहीं है. उन्होंने कहा की उनके पास न तो प्रधानमंत्री है और न ही मुख्यमंत्री. फिर वो विकास के काम कैसे करवाएंगे. प्रधानमंत्री ने भी वागड़ में रेल, हाइवे ओर विकास का वादा कर चुके है.
हालांकि, राजनीतिक जानकारों का कहना है कि क्षेत्र में महेंद्रजीत मालवीय से बीजेपी के अंदर ही लोग नाराज हैं. वहीं पीएम मोदी के भाषण में जो बातें कही गई उसे लेकर क्षेत्र में लोग दो खेमों में भी बंट गए हैं. आदिवासी समूह पहले से ही दो खेमों में बंटा है.
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