जोधपुर सांप्रदायिक तनाव में अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया नहीं आने के क्या हैं सियासी मायने?

जोधपुर में हुए सांप्रदायिक दंगों में देशभर से तमाम प्रतिक्रियाएं आई. हालांकि पुर्व सीएम अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया न आने से सियासी हलकों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है. 

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पुर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (फाइल फोटो)

Jodhpur Communal Tension: जोधपुर के सूरसागर थाना क्षेत्र में दो समुदाय के बीच में हुए सांप्रदायिक तनाव के 24 घंटे गुजरने के बाद भी पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का इस मामले में कोई भी बयान सामने नहीं आया है. आमतौर पर पूर्व मुख्यमंत्री अपनी हर बात को लेकर अपनी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करते रहते हैं. लेकिन जोधपुर में हुई सांप्रदायिक घटना को लेकर 24 घंटे बाद भी अशोक गहलोत (Ashok Gehlot reaction) का कोई रिएक्शन नहीं आना सियासी हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है. जबकि जोधपुर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह नगर है और यहां की जनता का उनके पूरे राजनीतिक कैरियर में अहम योगदान रहा है.

जहां के लोगों द्वारा कयास लगाए जा रहे हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे की हार को लेकर अभी भी अशोक गहलोत उस सदमे से बाहर नहीं आए हैं. जोधपुर में भी जिस तरह से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को हार मिली थी. उसको लेकर भी मुख्यमंत्री शायद जोधपुर की जनता से नाराज है.

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दो समुदाय के बीच हुआ दंगा

दरअसल शुक्रवार को सूरसागर थाना क्षेत्र में ईदगाह की दीवार में से दरवाजा निकालने की बात को लेकर दोनों समुदाय के बीच में तनाव हो गया था. तनाव के बाद पथराव, आगजनी तक की घटना हो गई और इस मामले में दंगा रोकने गई पुलिस को भी घायल होना पड़ा. साथ ही पुलिस को हालात नियंत्रण करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठी चार्ज भी करना पड़ा.

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पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 45 लोगों को गिरफ्तार किया था और 200 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. पूरे प्रदेश और देश में इस बात को लेकर सुर्खियां बनी हुई है. लेकिन ऐसे मामले में अशोक गहलोत का बयान नहीं आना चर्चा का विषय बना हुआ है.

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अशोक गहलोत का नहीं आया रिएक्शन

इस मामले को लेकर केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, प्रदेश के कैबिनेट कानून मंत्री जोगाराम पटेल और सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी शहर विधायक अतुल भंसाली सहित कई नेताओं ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रशासन से बात की है.

हालांकि कांग्रेस की तरफ से सूरसागर उम्मीदवार रहे इंजीनियर शहजाद खान ने जरूर पुलिस कमिश्नर से मिलकर इस मामले की निष्पक्ष जांच करने का ज्ञापन दिया है. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री का जोधपुर को लेकर कोई भी रिएक्शन नहीं आना शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है.

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