राजस्थान में जलजीवन मिशन में घोटाले के मामले में 5 अधिकारी सस्पेंड, कैबिनेट मंत्री ने लिया एक्शन

दौसा में जल जीवन मिशन में घोटाला सामने आने के बाद मंत्री एक्शन में दिखें. 5 अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. 

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
दौसा में मंत्री कन्हैयालाल चौधरी

Action on Jan Jeevan Mission Scam: जलजीवन मिशन राजस्थान की प्रमुख योजनाओं में से एक है, यह योजना कई लोगों की प्यास बुझाने के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है. पिछली सरकार में भी यह योजना भ्रष्टाचार को लेकर चर्चा में रही, वहीं इस सरकार में भी इस योजना में भ्रष्टाचार का मामला सामने निकल कर आया है. राजस्थान सरकार के जन स्वास्थ्य और अभियांत्रिकी विभाग के मंत्री कन्हैयालाल चौधरी (Kanhaiyalal Chaudhary) आज दौसा जिले के महआ के एक कार्यक्रम में पहुंचे. जहां जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) में घोटाले की सूचना मिलने पर मंत्री एक्शन में आ गए. जिसके चलते जलदाय विभाग के 5 अधिकारियों पर गाज गिरी. मौके पर जांच कर जन स्वास्थ्य और अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया गया.

पिछले लंबे समय से जल जीवन मिशन योजना में महवा उपखंड की शिकायत मिल रही थी और ED भी दौसा जिले में जल जीवन मिशन के तहत हुए घोटाले की जांच में जुटी है.

शिलान्यास करने गए मंत्री को मिली शिकायत

दौसा में अधिकारियों की लापरवाही सामने आने के बाद खुद पीएचईडी मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने विभाग की टीम को साथ लेकर महुआ क्षेत्र में जल जीवन मिशन योजना के कार्यों का किया. निरीक्षण के दौरान खराब गुणवत्ता वाली पाइपलाइन खराब मोटर पंप मिले तो मंत्री एक्शन में आ गए. बता दें कि मंत्री महवा ईसरदा पेयजल योजना का शिलान्यास करने के लिए आए थे, जिस दौरान उन्हें यह शिकायत मिली थी.

Advertisement

इन अधिकारियों को किया गया निलंबित

PHED मंत्री चौधरी ने कनिष्ठ अभियंता दारा सिंह मीणा, सहायक अभियंता नानग राम बेरवा, एक्सईएन सिद्धार्थ मीणा, एक्सईएन हेमंत मीना, JEN महाराज सिंह गुर्जर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.

Advertisement

ये भी पढ़ें- कोटा कोचिंग के छात्र की लापता होने की पूरी कहानी, अंतिम लोकेशन के पास अब गोताखोर कर रहे तलाश

Advertisement